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मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने टाटा प्ले में वाल्ट डिज़्नी की 29.8 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए बातचीत शुरू की है। रिलायंस ने देश में टीवी वितरण कारोबार में अपनी पैठ बढ़ाने की व्यापक योजना बनाई है और प्रस्तावित सौदा उसी रणनीति का हिस्सा है।
टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा संस के पास सैटेलाइट टेलीविजन प्रसारक टाटा प्ले में 50.2 फीसदी और वाल्ट डिज़्नी के पास 29.8 फीसदी हिस्सेदारी है। शेष हिस्सा सिंगापुर के फंड टेमासेक के पास है। यदि टाटा प्ले पर बातचीत सफल रहती है तो टाटा समूह और अंबानी पहली बार किसी उपक्रम के संयुक्त साझेदार होंगे और टाटा प्ले प्लेटफॉर्म पर जियो सिनेमा का विस्तार किया जाएगा।
डिज़्नी की पहले योजना टाटा प्ले के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम लाने के समय कंपनी से निकलने की थी लेकिन इसमें देरी हो रही है और अमेरिकी कंपनी अपना निवेश निकालने के लिए अन्य विकल्प तलाश रही है।
इस बारे में पूछे जाने पर रिलायंस, डिज़्नी और टाटा संस के प्रवक्ताओं ने कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया।
टेमासेक ने भी पिछले साल टाटा समूह के साथ कंपनी में अपनी 20 फीसदी हिस्सेदारी 1 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर बेचने के लिए बात की थी। मगर दोनों साझेदारों के बीच बात नहीं बनी। घटनाक्रम के जानकार एक सूत्र ने कहा कि टाटा प्ले में हिस्सेदारी खरीदकर रिलायंस अपने जियो सिनेमा का समूचा कंटेंट टाटा प्ले के ग्राहकों को उपलब्ध करा सकती है।
बैंकरों ने कहा कि टाटा प्ले में डिज़्नी की हिस्सेदारी के मूल्यांकन का अभी आकलन किया जा रहा है क्योंकि टाटा की यह कंपनी नेटफ्लिक्स, हॉटस्टार, जियो सिनेमा और एमेजॉन प्राइम जैसे स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्मों से कड़ी प्रतिस्पर्धा के कारण कई चुनौतियों से जूझ रही है। मार्च 2023 में खत्म हुए वित्त वर्ष में टाटा प्ले को 105 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था और उसकी आय 4,499 करोड़ रुपये रही थी। इससे पिछले वित्त वर्ष में कंपनी की आय 4,741 करोड़ रुपये रही थी और उसे 68.60 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।
वाल स्ट्रीट जर्नल ने हालिया रिपोर्ट में कहा था कि वाल्ट डिज़्नी भारत में अपने टीवी, कंटेंट और ओटीटी कारोबार में 60 फीसदी हिस्सेदारी 3.9 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर रिलायंस को बेचने के लिए प्रारंभिक समझौते पर पहुंच गई है। रिपोर्ट के अनुसार इस सौदे की घोषणा कानूनी जांच-परख पूरी होने के बाद होने की उम्मीद है।
कंपनियों के बीच समझौता पत्र पर किए गए हस्ताक्षर के मुताबिक डिज़्नी भारतीय कारोबार में 40 फीसदी हिस्सेदारी रखेगी जबकि रिलायंस के पास 51 फीसदी और जेम्स मर्डोक और डिज़्नी इंडिया के पूर्व प्रमुख उदय शंकर की कंपनी बोधि ट्री के पास टीवी नेटवर्क और ओटीटी कारोबार में 9 फीसदी हिस्सेदारी होगी।
ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज का डिज़्नी के साथ 1.4 अरब डॉलर के क्रिकेट प्रसारण अधिकार का करार खत्म करने के बाद से डिज़्नी के भारतीय कारोबार के मूल्यांकन में काफी गिरावट आई है।