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Reliance के एबिटा में 16% की तेज वृद्धि की उम्मीद, जियो और रिटेल से मिलेगी मजबूती

गोल्डमैन के अनुमान के मुताबिक वित्त वर्ष 2026 में जियो इन्फोकॉम का एबिटा 23 फीसदी बढ़ सकता है।

Last Updated- June 03, 2025 | 11:28 PM IST
Reliance Industries

अरबपति उद्योगपति मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) की आय में तेजी से इजाफा हो सकता है। गोल्डमैन सैक्स और बर्नस्टीन की रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2026 में आरआईएल के एबिटा में 16 फीसदी वृद्धि का अनुमान है, जो वित्त वर्ष 2025 में केवल 2 फीसदी बढ़ा था। गोल्डमैन को उम्मीद है कि रिलायंस में निवेश की गई पूंजी पर नकद रिटर्न (सीआरओसीआई) वित्त वर्ष 2027 तक 140 आधार अंक बढ़कर 11 फीसदी हो जाएगा जो आय अनुमान में सीमित गिरावट के जोखिम को दर्शाता है।

रिफाइनिंग मार्जिन में मजबूती, स्टोर और बी2सी पुनर्गठन पूरा होने के साथ 15 फीसदी आय में वृद्धि के साथ रिटेल कारोबार में सुधार और वित्त वर्ष 2026 की दूसरी छमाही में दूरसंचार क्षेत्र में संभावित शुल्क वृद्धि से रिलायंस की आय का परिदृश्य बेहतर दिख रहा है। रिलायंस जियो में आरआईएल की 66.5 फीसदी और रिलायंस रिटेल में 83 फीसदी हिस्सेदारी है। इन दोनों कंपनियों में शेष हिस्सेदारी वैश्विक निजी इक्विटी फर्मों, सॉवरिन फंडों और प्रौद्योगिकी कंपनियों के पास है। बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 1,406 रुपये के भाव पर सपाट बंद हुआ।

अमेरिकी निवेश बैंक ने वर्ष 2026 से कंपनी की नई ऊर्जा क्षमताओं के चालू होने का भी जिक्र किया है जिनमें 10 गीगावाट की एकीकृत सौर और 30 गीगावाट घंटे की बैटरी पैक और सेल असेंबली शामिल है। इससे लंबी अव​धि में रिलायंस समूह की आय में तेजी आने की उम्मीद है।

गोल्डमैन के अनुमान के मुताबिक वित्त वर्ष 2026 में जियो इन्फोकॉम का एबिटा 23 फीसदी बढ़ सकता है। प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व में वृद्धि के कारण कंपनी का एबिटा बढ़ेगा। मार्च 2026 तक कंपनी प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व बढ़कर 236 रुपये हो सकता है जो इससे पिछले साल की तुलना में 14 फीसदी अधिक है। रिपोर्ट में कहा गया है कि दूरसंचार इकाई को फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस कारोबार में नए ग्राहक जोड़ने से भी लाभ होने की उम्मीद है।

गोल्डमैन के अनुसार जियो के गैर-कनेक्टिविटी कारोबार का एबिटा लगभग 55 करोड़ डॉलर रहा, जो जियो प्लेटफॉर्म्स के कुल एबिटा का करीब 7 फीसदी है।
बर्नस्टीन के विश्लेषकों ने भी कंपनी की आय में तेज वृद्धि का अनुमान लगाया है। बर्नस्टीन के अनुसार रिलायंस ने पूंजी आवंटन में सख्ती बनाए रखा है, जिससे पूंजीगत व्यय में कमी आई और वित्त वर्ष 2025 में शुद्ध ऋण और एबिटा अनुपात स्थिर रहा है।

बर्नस्टीन ने उल्लेख किया कि रिलायंस रिटेल ने वित्त वर्ष 2025 में लागत कम करने के लिए खराब प्रदर्शन करने वाले 2,100 स्टोर बंद कर दिए। बर्नस्टीन को उम्मीद है कि समूह की आय वृद्धि में जियो का अहम योगदान होगा।

First Published - June 3, 2025 | 10:43 PM IST

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