Reliance AGM 2025: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) की 48वीं वार्षिक आम सभा (AGM) में चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कई बड़े ऐलान किए। इस बार की बैठक में Jio प्लेटफॉर्म्स के IPO, गूगल और Meta के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में नई साझेदारियां, रिटेल बिजनेस की तेजी से बढ़ती रफ्तार और तेल-से-केमिकल (O2C) सेगमेंट में भारी निवेश जैसे कई अहम बिंदु सामने आए। आइए, इन घोषणाओं को आसान और साफ शब्दों में समझते हैं।
मुकेश अंबानी ने बताया कि रिलायंस अपनी टेलीकॉम और डिजिटल सर्विसेज कंपनी Jio प्लेटफॉर्म्स को 2026 की पहली छमाही तक शेयर बाजार में लाने की तैयारी कर रही है। हालांकि, इसके लिए जरूरी नियामक मंजूरियां लेनी होंगी। अंबानी ने कहा, “Jio का यह कदम दिखाएगा कि हम ग्लोबल कंपनियों के बराबर वैल्यू बना सकते हैं।”
वहीं Jio के चेयरमैन आकाश अंबानी ने कहा कि Jio की ताकत का अंदाजा इस बात से लगता है कि यह पहले ही 50 करोड़ से ज्यादा ग्राहकों के साथ दुनिया की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनियों में से एक बन चुकी है।
आकाश अंबानी ने Jio के मीडिया और एंटरटेनमेंट बिजनेस की भी बात की। हाल ही में शुरू हुए JioStar यूनिट, जिसमें JioHotstar शामिल है, ने सिर्फ तीन महीनों में 60 करोड़ यूजर्स का आंकड़ा छू लिया है। इसमें 30 करोड़ पेड सब्सक्राइबर्स हैं, जो इसे दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म बनाता है। यह Jio की डिजिटल दुनिया में बढ़ती ताकत को दिखाता है।
AGM में गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने वर्चुअली हिस्सा लिया और रिलायंस के साथ एक नई साझेदारी का ऐलान किया। इस साझेदारी के तहत जामनगर में एक क्लाउड रीजन बनाया जाएगा, जो रिलायंस के बिजनेस के लिए समर्पित होगा। यह इंफ्रास्ट्रक्चर रिलायंस की साफ ऊर्जा से चलेगा और Jio के नेटवर्क से जुड़ा होगा। पिचाई ने कहा, “भारत में AI का अवसर बहुत बड़ा है। यह हर उद्योग और संगठन को बदल देगा, चाहे वह बड़ी कंपनी हो या छोटी किराना दुकान।”
Meta के CEO मार्क जुकरबर्ग ने भी AGM में एक नई साझेदारी की घोषणा की। रिलायंस और Meta मिलकर भारतीय बिजनेस के लिए खास AI सॉल्यूशंस तैयार करेंगे। इसके लिए Meta के ओपन-सोर्स LLaMA मॉडल्स और रिलायंस की विशाल पहुंच का इस्तेमाल होगा। जुकरबर्ग ने कहा, “हम भारतीय बिजनेस को AI टूल्स देंगे, जो उनके काम को तेज और बेहतर बनाएंगे।” मुकेश अंबानी ने इसे भारतीय कंपनियों के लिए “गेम-चेंजर” बताया, जो लागत कम करने, सुरक्षा बढ़ाने और AI को तेजी से अपनाने में मदद करेगा।
रिलायंस रिटेल की डायरेक्टर ईशा अंबानी ने बताया कि कंपनी अगले तीन साल में 20% से ज्यादा की सालाना ग्रोथ रेट (CAGR) हासिल करना चाहती है। उन्होंने कहा, “रिलायंस रिटेल आज एक राष्ट्रीय आंदोलन है। यह उपभोक्ताओं और उत्पादकों दोनों को फायदा पहुंचाने, अर्थव्यवस्था को गति देने और भारतीयों की जिंदगी बेहतर बनाने का मिशन है।”
मुकेश अंबानी ने AI को रिलायंस का “अगला ग्रोथ इंजन” बताया। कंपनी AI-पावर्ड ह्यूमनॉइड रोबोटिक्स में निवेश कर रही है, जिसका इस्तेमाल फैक्ट्रियों, सप्लाई चेन और हेल्थकेयर में होगा। यह कदम डिजिटल सर्विसेज की तरह ही रिलायंस के लिए एक नया रास्ता खोलेगा।
तेल-से-केमिकल (O2C) बिजनेस में रिलायंस के बड़े प्लान हैं। अनंत अंबानी ने बताया कि कंपनी इसके लिए 75,000 करोड़ रुपये के नए प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है। इसमें नई सुविधाएं शामिल हैं, जैसे नागोठाने में 12 लाख टन का PVC प्लांट, दहेज में PTA क्षमता का विस्तार और पालघर में स्पेशियलिटी पॉलिएस्टर फैसिलिटी। इसके अलावा, हजीरा में एक नया कार्बन फाइबर यूनिट बनेगा, जो दुनिया के तीन सबसे बड़े यूनिट्स में से एक होगा। अनंत ने कहा, “2035 तक नेट कार्बन जीरो का हमारा लक्ष्य सिर्फ एक वादा नहीं, बल्कि एक रणनीतिक बदलाव है, जो रिलायंस को उभरते ऊर्जा बाजारों में मजबूत बनाएगा।”
अनंत अंबानी ने Jio-bp के विस्तार की भी बात की। इसकी फ्यूल रिटेल नेटवर्क बढ़ रही है और इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) के लिए चार्जिंग और स्वैपिंग इंफ्रास्ट्रक्चर तेजी से तैयार हो रहा है। उन्होंने कहा, “हम अपना नेटवर्क बढ़ाएंगे, EV इन्फ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत करेंगे और बायोफ्यूल्स व हाइड्रोजन जैसे नए हरे ईंधन लाएंगे।”
रिलायंस की इन घोषणाओं से साफ है कि कंपनी टेक्नोलॉजी, रिटेल और एनर्जी जैसे क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ़ रही है, जो भारत के बिजनेस लैंडस्केप को और मजबूत करेगा।