मोतीलाल ओसवाल की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2025 की शुरुआत रियल एस्टेट सेक्टर के लिए अच्छी रही, लेकिन साल के अंत तक देश के टॉप 7 शहरों में नई प्रोजेक्ट लॉन्च और फ्लैट्स की बिक्री (absorption) की रफ्तार धीमी पड़ गई। चुनावों, मंजूरी में देरी और नियमों में बदलाव जैसे कारणों से FY25 में प्रोजेक्ट लॉन्च में 5% और बिक्री में 10% की गिरावट देखी गई। हालांकि, इसके बावजूद जिन कंपनियों को मोतीलाल ओसवाल कवर कर रहा है, वे अगले दो सालों में 21% की दर से प्री-सेल्स ग्रोथ दिखा सकती हैं। यानी बाजार की तुलना में इन कंपनियों की बिक्री और मुनाफा तेज़ी से बढ़ेगा।
रिपोर्ट के अनुसार, कोविड के बाद कई शहरों में किराए तेज़ी से बढ़े हैं और इस समय रेंटल यील्ड 3–6% के बीच है, जिससे इन्वेस्टर्स को रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी में निवेश आकर्षक लग रहा है। साथ ही, बड़े शहरों में अफॉर्डेबिलिटी यानी EMI-to-Income रेशियो अब बेहतर स्थिति में है।
दिल्ली-गुड़गांव, मुंबई, हैदराबाद जैसे शहरों में प्रीमियम प्रोजेक्ट्स लॉन्च होते ही बिक गए। DLF की ₹11,000 करोड़ का प्रोजेक्ट ‘Privana North’ कुछ ही दिनों में फुली बुक हो गया। बिरला और गोदरेज की परियोजनाओं को भी जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला।
FY15 से FY25 के बीच टॉप 10 डेवलपर्स की बाजार हिस्सेदारी लॉन्च में 22.7% से बढ़कर 31.9% और बिक्री में 19% से बढ़कर 23.1% हो चुकी है। यानी अब टॉप कंपनियां ही मार्केट में छा रही हैं और छोटे प्लेयर्स पीछे छूट रहे हैं।
मोतीलाल ओसवाल का मानना है कि यही कंसोलिडेशन इन बड़ी कंपनियों को और तेज़ ग्रोथ का मौका देगा, क्योंकि उन्हें बेहतर ब्रांड, डाइवर्सिफिकेशन और भरोसे का फायदा मिलेगा।
FY25-27 के दौरान कंपनियों का कुल कलेक्शन 36% की ग्रोथ के साथ ₹1.5 लाख करोड़ तक पहुंच सकता है। इससे इन कंपनियों को न सिर्फ मजबूत Operating Cash Flow मिलेगा, बल्कि Net Debt-to-Equity रेशियो भी 0.5x से नीचे बनाए रखने में मदद मिलेगी। कई कंपनियां अब Net Cash पोजिशन में पहुंच चुकी हैं।
FY25-27 के बीच कवर्ड कंपनियों की कुल आमदनी 22% CAGR के साथ ₹86,100 करोड़ तक और EBITDA 26% CAGR के साथ ₹25,200 करोड़ तक पहुंच सकती है। PEPL, LODHA, OBER और PHNX जैसी कंपनियों का ऑपरेटिंग मार्जिन FY27 तक 29% से ज्यादा रहने का अनुमान है। साथ ही, शुद्ध मुनाफा 25% CAGR से बढ़कर FY27 में 24% मार्जिन तक जा सकता है।
मोतीलाल ओसवाल ने Brigade Enterprises Ltd (BRGD), DLF Ltd (DLF), Godrej Properties Ltd (GPL), Kolte-Patil Developers Ltd (KPDL), Macrotech Developers Ltd (LODHA), Prestige Estates Projects Ltd (PEPL), Signature Global India Ltd (SIGNATUR), Sobha Ltd (SOBHA) और Sunteck Realty Ltd (SRIN) पर BUY रेटिंग दी है। वहीं Mahindra Lifespace Developers Ltd (MLIFE), Oberoi Realty Ltd (OBER) और The Phoenix Mills Ltd (PHNX) पर Neutral रेटिंग दी गई है। रिपोर्ट में LODHA, PEPL और SIGNATURE Global को पसंदीदा कंपनियों की लिस्ट में रखा गया है क्योंकि इनका ग्रोथ आउटलुक मजबूत है, ये देश के कई शहरों में मौजूद हैं और केवल रेसिडेंशियल नहीं, बल्कि ऑफिस, रिटेल और हॉस्पिटैलिटी जैसे मल्टी-एसेट सेगमेंट से भी कमाई कर रही हैं।