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Mumbai property registration: 2025 की पहली छमाई में मुंबई में रजिस्टर्ड हुई रिकॉर्ड 75,672 प्रॉपर्टी, सरकारी तिजोरी भी भरी

Mumbai property registration: राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2025 की पहली छमाही में संपत्ति पंजीकरण से राजस्व वसूली 6,699 करोड़ रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई।

Last Updated- June 30, 2025 | 4:32 PM IST
Real Estate

Mumbai property registration: वैश्विक और घरेलू उथल-पुथल के बावजूद मुंबई का संपत्ति बाजार इस साल आगे बढ़ रहा है। इस बाजार में 2025 की पहली छमाही में रिकॉर्ड तोड़ संपत्ति का पंजीकरण हुआ है। जिससे सरकार को भी रिकॉर्ड राजस्व प्राप्त हुआ है। मुंबई में मकानों की औसत में भी इजाफा देखने को मिला है। संपत्ति पंजीयन और राजस्व में बढ़ोतरी की वजह रेडी रेकनर दरों में वृद्धि को माना जा रहा है।

2025 की पहली छमाही में कितनी संपत्ति हुई पंजीकृत?

संपत्ति सलाहकार फर्म एनारॉक समूह ने महाराष्ट्र राज्य राजस्व विभाग के आंकड़ों के हवाले से बताया कि मुंबई में संपत्ति पंजीकरण और राजस्व संग्रह 2025 की पहली छमाही (जनवरी-जून) के बीच अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। पंजीकरण महानिरीक्षक (आईजीआर) आंकड़ों से पता चलता है कि मुंबई में 30 जून तक ताजा आंकड़ों के अनुसार 75,672 संपत्ति का पंजीकरण हुआ, जो पिछले साल की इसी अवधि में पंजीकृत हुई 72,491 संपत्तियों से 4 फीसदी अधिक हैं। बीते 5 साल की तुलना में इस साल पहली छमाही में संपत्ति पंजीकरण 4 गुना से भी अधिक हुआ है।

एनारॉक समूह के चेयरमैन अनुज पुरी कहते हैं कि मुंबई में इस साल जून महीना बीते छह साल में दूसरा सबसे अधिक संपत्ति पंजीकरण वाला महीना रहा। जून में 11,211 संपत्तियों का पंजीकरण हुआ। हालांकि यह पिछले जून की तुलना में 4 फीसदी कम हैं और इससे पहले पिछले साल जून में ही बीते 6 साल में 11,673 संपत्तियों का रिकॉर्ड पंजीकरण हुआ था। पुरी ने कहा कि जून में राजस्व 1,004 करोड़ रुपये पर लगभग स्थिर रहा, यह पिछले साल जून के राजस्व से महज एक फीसदी कम है।

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संपत्ति पंजीकरण ने भर दी महाराष्ट्र सरकार की तिजोरी

मुंबई में इस साल पहली छमाही में रिकॉर्ड तोड़ संपत्ति पंजीकरण से महाराष्ट्र सरकार का खजाना भी भर गया है। आईजीआर के आंकड़ों के अनुसार राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2025 की पहली छमाही में संपत्ति पंजीकरण से राजस्व वसूली 6,699 करोड़ रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। यह पिछले साल की इसी अवधि में हुई 5,874 करोड़ रुपये की राजस्व वसूली से 14 फीसदी अधिक रही। पिछले 7 वर्षों (2019-2025) के दौरान जून महीने के राजस्व रुझान में कोविड वर्ष 2020 में सबसे कम 153 करोड़ रुपये राजस्व संग्रह मिला था, जबकि 2025 में यह 1,004 करोड़ रुपये के साथ दूसरे सबसे अच्छे स्तर पर पहुंच गया।

2025 की पहली छमाही में मकानों की औसत कीमत 1.60 करोड़ रुपये के उच्च स्तर पर पहुंच गई, जो उच्च कीमत वाले मकानों की बिक्री को दर्शाती है। यह पिछले साल की समान अवधि की कीमत 1.56 करोड़ रुपये 3 फीसदी अधिक है। 2021 की इसी अवधि में औसत टिकट की कीमत 1.02 करोड़ रुपये थी। इस स्तर से मकानों की औसत कीमत में 55 फीसदी वृद्धि हो चुकी है।

संपत्ति पंजीकरण में क्यों आई तेजी

पहली छमाही में मकानों की बिक्री घटने के बावजूद संपत्ति पंजीकरण में इजाफा देखने को मिला है। एनारॉक रिसर्च के अनुसार मुंबई में 2025 की पहली छमाही में लगभग 62,890 मकान बिके, जो पिछले साल की समान अवधि से 34 फीसदी कम है। फिर भी पंजीकरण संख्या मजबूत रही। पुरी कहते हैं कि इस विरोधाभास के पीछे मार्च में बीते तीन साल में रिकॉर्ड 15,501 संपत्तियों का पंजीकरण होना है। इससे पहले कोविड के दौरान स्टाम्प शुल्क में कटौती के कारण 2020 के दिसंबर (19,581) और 2021 के मार्च (17,728)में ही इससे ज्यादा संपत्ति पंजीकृत हुई थीं।

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इस साल मार्च में संपत्ति पंजीकरण में वृद्धि की वजह महाराष्ट्र सरकार द्वारा वित्त वर्ष 2026 के लिए रेडी रेकनर दरों में 3.9 फीसदी बढ़ोतरी की घोषणा करना रही। इस घोषणा के कारण संपत्ति खरीदारों ने मार्च में संपत्ति पंजीकरण कराने पर जोर दिया। मार्च महीना हमेशा संपत्ति पंजीकरण के लिए हॉट रहता है। लेकिन इस साल यह असाधारण रहा, जिसमें अकेले संपत्ति पंजीकरण से 1,589 करोड़ से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ।

First Published - June 30, 2025 | 4:32 PM IST

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