घर का बनाना कोई आसान काम नहीं…ऊंची ब्याज दरों और प्रॉपर्टी कीमतों में लगी आग से परेशां मिडल क्लास तो यह बात अरसे से जानता है लेकिन लगता है कि यह बात इन दिनों वित्त मंत्री पी. चिदंबरम को भी समझ में आ गई है।
इसीलिए गुरुवार को उन्होंने घर बनाने के लिए 20 लाख तक का लोन सस्ता करने के लिए बैंकों से अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि सरकार 20 लाख रुपए तक के होम लोन की ब्याज दरों में कटौती को लेकर बहुत गंभीरता से विचार कर रही है।
ऐसोचैम की बजट बाद चर्चा में गुरुवार को भाग लेते हुए वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने इस बात से सहमति जताई कि 20 लाख रुपए से कम होम लोन लेने वालों को ब्याज दरें कम कर राहत दी जानी चाहिए।
वित्त मंत्री के अनुसार यूपीए सरकार की कोशिश है कि महंगाई दर 4 फीसदी से कम रहे ताकि ब्याज दर को नियंत्रित करने में सहूलियत हो।
20 लाख तक के होम लोन की रेंज को सबसे महत्वपूर्ण बताते हुए उनका कहना था कि होम लोन लेने वाले 80 फीसदी लोग इसी रेंज के हैं। इन लोन पर 20 लाख रुपए से अधिक रकम वाले ऋणों के मुकाबले जोखिम कम होता है इसलिए बैंकरों को 20 लाख रुपए से कम होम लोन लेने वाले ग्राहकों को छूट देनी चाहिए।
यही नहीं अधिकतम डिफॉल्ट भी इसी रेंज में होते हैं इसलिए मध्यवर्ग को राहत देना बहुत जरूरी है।
चिदंबरम ने कहा बैंकों को इस संबंध में समझाने के प्रयास लगातार किए जा रहे हैं और आगे भी किया जाएगा। लोगों को राहत देने के लिए बैंकों और आरबीआई को भी इस पर विचार करना ही चाहिए। चिदंबरम ने कहा कि आरबीआई के गवर्नर का यह कहना उचित नहीं है कि कम मंहगाई दर और ऊंची विकास दर के बीच संतुलन रखना चाहिए। वैसे आरबीआई गवर्नर सभी को खुश नहीं रख सकते।
