अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार बाजार के बड़े हिस्से पर कब्जा करने की अपनी योजना के तहत रिलायंस कम्युनिकेशंस (आर कॉम) एक और कदम आगे बढ़ा रही है।
इसके लिए उसने वाइमैक्स को जरिया बनाने का फैसला किया है। कंपनी अगले 3 साल में 50 से भी ज्यादा देशों में वाइमैक्स नेटवर्क बिछाएगी, जिसमें कई हजार करोड़ रुपये का निवेश होने की संभावना है।अनिल धीरूभाई अंबानी समूह की इस कंपनी ने विस्तार योजना के तहत यूरोप की एक नामी वाइमैक्स ऑपरेटर को खरीदने का भी इरादा कर लिया है। इसमें भी तकरीबन 1,200 से 1,600 करोड़ रुपये लगाए जाने की बात चल रही है।
वाइमैक्स दरअसल दूरसंचार की बेहद नई नवेली प्रौद्योगिकी है। इसके तहत लंबी दूरी तक भी वायरलेस डेटा बेहद आसानी से और कई तरीकों से भेजे जा सकते हैं। आर कॉम भारत में भी इस मैदान में तेज रतार से दौड़ रही है। देश के 18 मुख्य शहरों में उसका वाइमैक्स नेटवर्क चल रहा है। लेकिन टाटा कम्युनिकेशंस और सरकारी कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) इस मैदान में उसे टक्कर दे रही हैं।
सूत्रों के मुताबिक रिलायंस ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपने सभी प्रतिद्वंद्वियों को पटकनी देने की पूरी तैयारी कर ली है। यूरोप की जिस कंपनी को खरीदने के वह बेहद करीब पहुंच गई है, उसका 20 से भी ज्यादा देशों में कारोबार है। उसका नेटवर्क पूर्वी यूरोप, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के कई देशों में फैला है।
हालांकि इस कंपनी के नाम का खुलासा अभी नहीं हो सका है, लेकिन कई वेंचर कैपिटल फंड इस अधिग्रहण के लिए रकम जुटाने में लग गए हैं। इस अधिग्रहण के बाद आर कॉम को उन देशों में अपनी पैठ पुता करने का मौका मिल जाएगा, जहां इस कंपनी का बोलबाला है। रिलायंस वहां मौजूदा वाइमैक्स नेटवर्क को मजबूत करेगी और उसका दायरा भी बढ़ाएगी।
वाइमैक्स के क्षेत्र में आर कॉम का यह दूसरा अधिग्रहण होगा। कंपनी ने पिछले महीने ही फ्रांसीसी चिप निर्माता कंपनी सिक्वंस कयुनिकेशंस में बड़ी साझेदारी खरीदी है। उस सौदे का वित्तीय ब्यौरा भी नहीं दिया गया था।आर कॉम की विस्तार योजना में दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संघ (सार्क) के दायरे में आने वाले देश भी शामिल हैं। इसके अलावा भूमध्यसागर और दक्षिण अफ्रीका के देशों पर भी उसकी निगाह है।
हालांकि आर कॉम के सूत्रों ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन सूत्रों के मुताबिक रिलायंस की योजना अंतिम चरण में है। विस्तार और अधिग्रहण की योजना दरअसल कंपनी के ‘विजन 2012’ का हिस्सा है।इसके लिए वह समुद्र के भीतर मौजूद केबल (सबमरीन केबल) और विशिष्ट प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल करेगी।
आर कॉम का इरादा अंतरराष्ट्रीय बाजार में पैठ बनाने के बाद तेज रतार वाली ब्रॉडबैंड सेवाएं, वॉयस, वीडियो और डेटा सेवा और 4जी सेवा मुहैया कराना है। कंपनी ने अपने वाइमैक्स नेटवर्क पर ढाई अरब से भी ज्यादा लोगों को जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया है।