प्रतीकात्मक तस्वीर | फोटो क्रेडिट: Pixabay
देश की प्रमुख कंपनियों के वित्तीय नतीजों का सिलसिला जारी है। शनिवार, 3 मई 2025 को भारत के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), डीमार्ट और कोटक महिंद्रा बैंक सहित कई बड़ी कंपनियां अपने वित्तीय वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च 2025) के नतीजे घोषित करेंगी।
BSE कैलेंडर के अनुसार, आज कुल 24 कंपनियां अपने नतीजे पेश करेंगी, जिनमें Agri-Tech (India), Indian Bank, Ksolves India, Netweb Technologies India, Privi Speciality Chemicals, Utkarsh Small Finance Bank और Voltamp Transformers जैसी कंपनियां शामिल हैं। इन नतीजों का निवेशकों और बाजार विश्लेषकों को बेसब्री से इंतजार है, क्योंकि ये कंपनियां देश की अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभाती हैं।
इससे पहले, TCS, HCL टेक, इन्फोसिस, HDFC बैंक, ICICI बैंक और Yes बैंक जैसी दिग्गज कंपनियां अपने नतीजे घोषित कर चुकी हैं। अब निवेशकों की नजर SBI जैसे बड़े खिलाड़ियों पर टिकी है, जो बैंकिंग सेक्टर की सेहत का आकलन करने में मदद करेगा। इसके अलावा, रिटेल और टेक्सटाइल जैसे क्षेत्रों की कंपनियों के नतीजे भी बाजार की दिशा तय करने में अहम होंगे।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के नतीजों को लेकर बाजार में उत्सुकता है। न्यूज वेबसाइट मिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, पांच ब्रोकरेज फर्मों के अनुमान बताते हैं कि SBI का शुद्ध मुनाफा इस तिमाही में 10-15% घट सकता है। अनुमान है कि बैंक का शुद्ध मुनाफा ₹18,106 करोड़ रह सकता है, जो पिछले साल की समान तिमाही में ₹20,698 करोड़ था। यानी, इसमें 12.5% की कमी आ सकती है। हालांकि, बैंक की शुद्ध ब्याज आय (NII) में हल्की बढ़ोतरी की उम्मीद है। यह ₹42,696 करोड़ तक पहुंच सकती है, जो पिछले साल ₹41,655 करोड़ थी। लेकिन तिमाही आधार पर बैंक का नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) थोड़ा कम हो सकता है।
SBI के प्रदर्शन को बैंकिंग सेक्टर की स्थिति का एक बड़ा पैमाना माना जाता है। निवेशक यह देखना चाहेंगे कि क्या बैंक ने लोन वितरण और डिपॉजिट में वृद्धि की है। इसके अलावा, डीमार्ट और कोटक महिंद्रा बैंक जैसे नाम भी अपने-अपने क्षेत्रों में मजबूत स्थिति रखते हैं। डीमार्ट के नतीजे रिटेल सेक्टर की मांग और उपभोक्ता खर्च की स्थिति को दर्शाएंगे, जबकि कोटक महिंद्रा बैंक के नतीजे निजी बैंकिंग क्षेत्र की प्रगति को उजागर करेंगे।