मुंबई की दिग्गज वाहन विनिर्माता कंपनी टाटा मोटर्स ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान समेकित करोपरांत लाभ (पीएटी) में पिछले साल के मुकाबले 74 प्रतिशत का इजाफा दर्ज किया है और यह बढ़कर 5,566 करोड़ रुपये हो गया है, जबकि पिछले वर्ष की समान तिमाही में यह 3,203 करोड़ रुपये था। अप्रैल-जून तिमाही के दौरान परिचालन से राजस्व 5.7 प्रतिशत बढ़कर 1,07,316 करोड़ रुपये हो गया।
टाटा मोटर्स ने शेयर बाजार के अनुमानों को पीछे छोड़ दिया, जहां ब्रोकरेजों ने राजस्व 5,100 करोड़ रुपये या उसके आसपास रहने का तथा राजस्व 1,09,000 करोड़ रुपये या इसके आसपास रहने की उम्मीद जताई थी। गुरुवार को बीएसई पर इसका शेयर एक प्रतिशत गिरकर 1,144.6 रुपये प्रति शेयर पर आ गया था।
कंपनी का एबिटा 8.4 प्रतिशत के एबिटा मार्जिन के साथ 9,100 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया, जो 30 आधार अंक ज्यादा रहा। जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) का राजस्व 5.4 प्रतिशत तक बढ़कर 7.3 अरब पाउंड हो गया और एबिटा मार्जिन 8.9 प्रतिशत (30 आधार अंक ज्यादा) रहा।
वाणिज्यिक वाहन श्रेणी का राजस्व 5.1 प्रतिशत बढ़कर 17,800 करोड़ रुपये हो गया और एबिटा मार्जिन सुधरकर 8.9 प्रतिशत (240 आधार अंक ज्यादा) हो गया। यात्री वाहन श्रेणी के राजस्व में 7.7 प्रतिशत तक की गिरावट आई।
आईटीसी के शुद्ध लाभ में आई मामूली गिरावट
सिगरेट से लेकर होटल कारोबार तक में कार्यरत आईटीसी ने चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से जून की तिमाही (वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही) के दौरान शुद्ध लाभ में मामूली गिरावट दर्ज की है। मुख्य रूप से गत्ते, कागज और पैकेजिंग, आतिथ्य-सत्कार और कृषि कारोबारों में नरमी की वजह से यह गिरावट आई है।
वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में आईटीसी का समेकित शुद्ध लाभ पिछले साल की तुलना में 0.26 प्रतिशत घटर 5,091.59 करोड़ रुपये रह गया, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 5,104.93 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में कंपनी ने 20,029.60 करोड़ रुपये का समेकित सकल राजस्व दर्ज किया, जो पिछले साल के 18,639.48 करोड़ रुपये के मुकाबले 7.5 प्रतिशत अधिक रहा।
अदाणी एंटरप्राइजेज का शुद्ध लाभ हुआ दोगुने से ज्यादा
अदाणी एंटरप्राइजेज का चालू वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में शुद्ध लाभ दोगुना से अधिक हो गया है। कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 116 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 1,458 करोड़ रुपये रहा, जो एक वर्ष पूर्व इसी अवधि में 675 करोड़ रुपये था। कंपनी के नई ऊर्जा व्यवसाय इकाई अदाणी न्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड (एएनआईएल) ने सौर विनिर्माण तथा पवन टर्बाइन कारोबार में वृद्धि के कारण कर-पूर्व आय (ईबीआईटीडीए) में 3.6 गुना की वृद्धि दर्ज की।
यह 1,642 करोड़ रुपये रही। कंपनी की कुल कर पूर्व आय में नवीकरणीय ऊर्जा का योगदान 38 प्रतिशत रहा। यह चालू वित्त वर्ष 2024-25 की अप्रैल-जून तिमाही में 48 प्रतिशत बढ़कर 4,300 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले 2,897 करोड़ रुपये था।
अदाणी पोर्ट्स का मुनाफा 47 प्रतिशत बढ़ा
अदाणी पोर्ट्स ऐंड स्पेशल इकनॉमिक जोन लिमिटेड (एपीएसईजेड) का चालू वित्त वर्ष 2024-25 की पहली जून में समाप्त तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 47 प्रतिशत बढ़कर 3,107 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी का वित्त वर्ष 2023-24 की पहली (अप्रैल-जून) तिमाही में शुद्ध लाभ 2,119 करोड़ रुपये रहा था। एपीएसईजेड ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि समीक्षाधीन तिमाही में उसकी कुल आय बढ़कर 8,054.18 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 6,631.23 करोड़ रुपये थी। इस अवधि में कंपनी का खर्च बढ़कर 4,238.94 करोड़ रुपये हो गया, जो एक वर्ष पूर्व इसी अवधि में 4,065.24 करोड़ रुपये था।
सन फार्मा का शुद्ध लाभ बढ़कर 2,835.62 करोड़ रुपये हुआ
सन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज लिमिटेड का चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही का एकीकृत शुद्ध मुनाफा 40.2 प्रतिशत बढ़कर 2,835.62 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2,022.54 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध मुनाफा अर्जित किया था। शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा कि एक साल पहले की समान अवधि के 11,940.84 करोड़ रुपये के मुकाबले उसकी एकीकृत परिचालन आय 12,652.75 करोड़ रुपये रही है।
पहली तिमाही में भारत में फॉर्मूलेशन की बिक्री 16.4 प्रतिशत बढ़कर 4,144.5 करोड़ रुपये हो गई। यह कुल एकीकृत बिक्री का 33.1 प्रतिशत है। कंपनी ने कहा कि दूसरी ओर, अमेरिका में फॉर्मूलेशन की बिक्री एक प्रतिशत कम होकर 46.6 करोड़ डॉलर रही। यह कुल एकीकृत बिक्री का 31.1 प्रतिशत है।
डाबर का शुद्ध लाभ 8 फीसदी बढ़कर 500 करोड़ रुपये हुआ
रोजमर्रा के सामान बनाने वाली भारतीय कंपनी डाबर का वित्त वर्ष 2025 की जून में समाप्त पहली तिमाही में शुद्ध लाभ एक साल पहले के मुकाबले 8 फीसदी बढ़कर 500 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 463 करोड़ रुपये था। रियल फ्रूट जूस और हाजमोला कैंडी बनाने वाली कंपनी की शुद्ध बिक्री भी एक साल पहले के 3,130 करोड़ रुपये के मुकाबले 7 फीसदी बढ़कर 3,349 करोड़ रुपये रही।
तिमाही के दौरान कंपनी की मात्रा वृद्धि 5.2 फीसदी रही। डाबर इंडिया के मुख्य कार्य अधिकारी मोहित मल्होत्रा ने नतीजों के बारे में बताया, ‘नए वित्त वर्ष में हमारी अच्छी शुरुआत रही। हमने मात्रात्मक वृद्धि में सुधार के साथ खासकर ग्रामीण बाजारों में अपने सभी कार्यक्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन किया। इससे हमें बाजार के विस्तार और अपनी वृद्धि को बरकरार रखने के लिए अपने ब्रांडों पर अधिक निवेश की सुविधा मिली।’