ऑडियो सीरीज वाली स्टार्टअप कंपनी पॉकेट एफएम ने वित्त वर्ष 24 के दौरान 1,051.97 करोड़ रुपये का समेकित राजस्व दर्ज किया है। इसमें पिछले वित्त वर्ष के 176.36 करोड़ रुपये की तुलना में करीब 6 गुना वृद्धि हुई है। उसका घाटा पिछले वित्त वर्ष के 208 करोड़ रुपये से घटकर 165 करोड़ रुपये रह गया।
यह राजस्व वृद्धि मुख्य रूप से सूक्ष्य-लेनदेन की सदस्यता के राजस्व से आई जो वित्त वर्ष 24 में बढ़कर 934.73 करोड़ रुपये हो गया। पिछले वर्ष यह केवल 160 करोड़ रुपये था। पॉकेट एफएम के मुख्य वित्तीय अधिकारी अनुराग शर्मा ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘इस साल (वित्त वर्ष 25 में) हम अपने कारोबार के राजस्व में लगभग 80 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं।’
उन्होंने कहा, ‘सभी भौगोलिक क्षेत्रों में हमारे सभी कारोबार लगभग धनात्मक सकल मार्जिन पर काम कर रहे हैं। अगर हम ऋणात्मक नकदी प्रवाह मार्ग पर काम कर रहे हैं, तो इसकी वजह काफी हद तक सामग्री में हमारा निवेश है। हमें शुरू में सामग्री सृजित करने और फिर इसे वितरित करने में भारी निवेश करना पड़ता है।’
पॉकेट एफएम फ्रीमियम मॉडल पर काम करती है, जहां यह उपभोक्ताओं को अपनी प्रत्येक ऑडियो सीरीज के लिए 15 मिनट की मुफ्त सेवा देती है। इसके बाद वे 50 से 100 रुपये के कॉइन खरीदने का विकल्प चुन सकते हैं। इन कॉइन का इस्तेमाल नए एपिसोड के लिए किया जा सकता है।
शर्मा ने कहा, ‘भारत में शो देखने के लिए शुरुआती सीमा बहुत छोटी है, दो से तीन रुपये के आसपास।’ पॉकेट एफएम ने वित्त वर्ष 24 में 4.5 करोड़ से ज्यादा ऐसे माइक्रो-लेनदेन दर्ज किए जिससे वैश्विक स्तर पर कंपनी की राजस्व वृद्धि को बढ़ावा मिला।