भारत के कपड़ा उद्योग का मानना है कि देश भर में 7 पीएम मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल रीजंस ऐंड अपैरल (पीएम-मित्र) पार्कों के खुलने से देश को टेक्सटाइल विनिर्माण और निर्यात का वैश्विक केंद्र बनाने में मदद मिलेगी। इससे कपड़ा क्षेत्र में बड़े वैश्विक निवेश आने की संभावना है, जिससे 2030 तक निर्यात बढ़ाकर 100 अरब डॉलर करने का लक्ष्य पूरा करने में मदद मिलेगी।
शुक्रवार को सरकार ने तमिलनाडु, तेलंगाना, गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में 7 पीएम मित्र पार्क स्थापित करने की घोषणा की थी। यह कदम केंद्र के 5एफ विजन से प्रेरित है, जिसमें फार्म टु फाइबर टु फैक्टरी टु फैशन टु फॉरेन पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
दिल्ली की टीटी लिमिटेड के संजय कुमार जैन ने कहा, ‘वैश्विक मंदी खत्म होने पर इन पार्कों में निवेश आने लगेगा और बड़ी मात्रा में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आकर्षित होगा, क्योंकि इन पार्कों में वैश्विक स्तर का बुनियादी ढांचा मौजूद होगा।
सूत्रों के मुताबिक तमिलनाडु में केंद्र व राज्य सरकारों ने विरुदनगर जिले के ई कुमारलिंगपुरम के नजदीक करीब 1,100 एकड़ जगह प्रस्तावित मेगा पार्क के लिए चुनी है।
फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन (फियो) के अध्यक्ष ए शक्तिवेल ने कहा, ‘कपड़ा क्षेत्र में ये पार्क बड़े वैश्विक निवेश आकर्षित करेंगे और इससे 2030 तक 100 अरब डॉलर निर्यात का लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी। वैश्विक मूल्य श्रृंखला पर नए सिरे से विचार करने और मित्रवत देशों पर ध्यान केंद्रित करने की वजह से भारत इस समय वैश्विक निवेशकों के ध्यान में है, जो चीन के बाहर निवेश व कारोबार का विस्तार चाहते हैं। पीएम मित्र जैसी स्कीम से निवेशकों को भारत के पक्ष में फैसला लेने के फैसले की प्रक्रिया में तेजी आएगी।’
कपड़ा उद्योग के एक संगठन इंडियन टेक्सप्रेन्यर फेडरेशन (आईटीएफ) के सचिव प्रभु दामोदरन ने कहा, ‘इन पार्कों से एकीकृत विनिर्माण बुनियादी ढांचे को बढ़ावा मिलेगा, जिसकी लंबे समय से प्रतीक्षा थी। वैश्विक खरीदार इस समय बड़े, एकीकृत और बेहतर केंद्र पर ध्यान दे रहे हैं। यह परिधान खरीदने को लेकर उनकी विविधीकरण की रणनीति का हिस्सा है। टीएन मित्र पार्क की कल्पना ईएसजी जैसी विशेष थीम के साथ की जा सकती है, जिससे निवेश व अंतरराष्ट्रीय खरीदारों को आकर्षित किया जा सके।’
आधुनिक औद्योगिक बुनियादी ढांचा सुविधा प्रदान करने से कपड़ा उद्योग की पूरी मूल्य श्रृंखला पर असर पड़ेगा। इससे लॉजिस्टिक्स लागत में कमी आएगी और कपड़ा निर्यात की प्रतिस्पर्धा की क्षमता में सुधार होगा।
तिरुपुर एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष केएम सुब्रमण्यन ने कहा कि ये पार्क निवेश आकर्षित करेंगे और खासकर महिलाओं के लिए रोजगार का सृजन करेंगे। हमने तिरुपुर में एमएसएमई को आकर्षित करने के लिए अनुकूल वातावरण बनाए जाने का भी सुझाव दिया है।