facebookmetapixel
Jaiprakash Associates को खरीदने की दौड़ में Adani ग्रुप सबसे आगे, Vedant को पछाड़ा!अगले पांच साल में डिफेंस कंपनियां R&D पर करेंगी ₹32,766 करोड़ का निवेश, रक्षा उत्पादन में आएगी तेजीEPFO Enrolment Scheme 2025: कामगारों के लिए इसका क्या फायदा होगा? आसान भाषा में समझेंउत्तर प्रदेश में MSMEs और स्टार्टअप्स को चाहिए क्वालिटी सर्टिफिकेशन और कौशल विकासRapido की नजर शेयर बाजार पर, 2026 के अंत तक IPO लाने की शुरू कर सकती है तैयारीरेलवे के यात्री दें ध्यान! अब सुबह 8 से 10 बजे के बीच बिना आधार वेरिफिकेशन नहीं होगी टिकट बुकिंग!Gold Outlook: क्या अभी और सस्ता होगा सोना? अमेरिका और चीन के आर्थिक आंकड़ों पर रहेंगी नजरेंSIP 15×15×15 Strategy: ₹15,000 मंथली निवेश से 15 साल में बनाएं ₹1 करोड़ का फंडSBI Scheme: बस ₹250 में शुरू करें निवेश, 30 साल में बन जाएंगे ‘लखपति’! जानें स्कीम की डीटेलDividend Stocks: 80% का डिविडेंड! Q2 में जबरदस्त कमाई के बाद सरकारी कंपनी का तोहफा, रिकॉर्ड डेट फिक्स

फार्मा कंपनी Lupin अलग करेगी अपना API कारोबार

कंपनी के कुल कारोबार में API का योगदान करीब 7 प्रतिशत

Last Updated- June 27, 2023 | 10:29 PM IST
Lupin

फार्मा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी ल्यूपिन (Lupin) आंतरिक पुनर्गठन कवायद के तहत अपना सक्रिय फार्मास्युटिकल सामग्री (API) कारोबार अलग कर सकती है। खबरों में यह दावा किया गया है। API ऐसी थोक दवा या सामग्री होती है, जिसका उपयोग दवा बनाने में किया जाता है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फार्मा कंपनी ज्यादा फायदा कमाने के लिए अपना API कारोबार अलग करने पर विचार कर रही है। इस विभाजन के बाद API कारोबार को संभावित रूप से सूचीबद्ध किया जा सकता है या उसकी हिस्सेदारी बिक्री की जा सकती है।

ल्यूपिन के प्रवक्ता ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि कंपनी में हम अपने हितधारकों के लिए मूल्य सृजन के लिए रणनीतिक विकल्पों का लगातार मूल्यांकन करते हैं। हम विकास और विस्तार के अवसर तलाशते हुए अपने मुख्य कारोबारी क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने की अपनी रणनीति के प्रति प्रतिबद्ध हैं।

ल्यूपिन की मुख्य कार्याधिकारी विनीता गुप्ता ने कंपनी की चौथी तिमाही के आय परिणाम की बैठक में कहा था कि API कारोबार में सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में दो अंक की वृद्धि और अमेरिकी कारोबार में सुधार के अलावा हमारे मुख्य उत्पादों की मांग में वृद्धि की वजह से इस तिमाही में हमारे API कारोबार में सुधार हुआ है।
ल्यूपिन के ईडी और ग्लोबल सीएफओ रमेश स्वामीनाथन ने कहा कि सेफैक्लोर और 7-एसीसीए की अधिक बिक्री के कारण चौथी तिमाही में API कारोबार में पिछले साल की तुलना में 46.4 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है।

इस तरह ल्यूपिन के कुल कारोबार में API के कारोबार का योगदान लगभग सात प्रतिशत है। ल्यूपिन के प्रबंध निदेशक नीलेश गुप्ता ने आय परिणाम की बैठक के दौरान कहा कि वर्ष 2022-23 के दौरान API कारोबार में तिमाहियों के दौरान लगातार वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा था कि हमें यह वृद्धि जारी रहने की उम्मीद नहीं है, लेकिन हम उम्मीद करेंगे कि यह कमोबेश इसी स्तर पर जारी रहेगी।

Also read: भारतीय फार्मा संयंत्रों की USFDA जांच में इजाफे के बावजूद ग्लोबल लेवल पर हिस्सेदारी बहुत कम

विश्लेषकों का मानना है कि API कारोबार में यह तेजी उद्योग में हो रहे संपूर्ण सुधार से हो रही है। ऐक्सिस सिक्योरिटीज ने जून की एक रिपोर्ट में कहा है कि API उद्योग में मांग में वापसी के कारण API कारोबार में यह बढ़ोतरी देखी जा रही है। वैश्विक महामारी कोविड, जो अब सामान्य हो रही है, के तुरंत बाद स्टॉक का स्तर कुछ सामान्य हुआ था और इसमें कमी आई थी। विश्लेषकों को वित्त वर्ष 23 से वित्त वर्ष 25 तक ल्यूपिन के कुल राजस्व में 13 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक विकास दर की उम्मीद है।

ल्यूपिन की प्रतिस्पर्धी ग्लेनमार्क ने भी कुछ साल पहले अपना API कारोबार अलग कर दिया था। इसने वर्ष 2019 में अपना API कारोबार अलग कंपनी ग्लेनमार्क लाइफसाइंसेज में विभक्त कर दिया था, जिसे अंततः वर्ष 2021 में सूचीबद्ध किया गया था।

First Published - June 27, 2023 | 10:29 PM IST

संबंधित पोस्ट