facebookmetapixel
DPDP के नए नियमों से बढ़ी ‘कंसेंट मैनेजर्स’ की मांगसरकार ने नोटिफाई किए डिजिटल निजी डेटा संरक्षण नियम, कंपनियों को मिली 18 महीने की डेडलाइनबिहार विधानसभा चुनाव 2025: NDA 200 के पार, महागठबंधन की करारी हारबिहार की करारी हार से राजद-कांग्रेस के समक्ष अस्तित्व का संकट, मोदी बोले- पार्टी अब टूट की ओरबिहार में NDA की प्रचंड जीत से बैकफुट पर विपक्ष, चुनाव आयोग पर उठाए सवालNDA की जीत में पासवान, मांझी गठबंधन ने बढ़ाई वोट हिस्सेदारी: 10 बिंदुओं में बिहार चुनाव नतीजों के निष्कर्षबिहार में बंपर जीत के बाद बोले PM मोदी: पश्चिम बंगाल से भी ‘जंगलराज’ को उखाड़ फेंकेंगेबिहार में नीतीश–मोदी फैक्टर की धमक: भाजपा की राजनीतिक महत्त्वाकांक्षा की राह में अब नहीं कोई बाधाबिहार चुनाव 2025: जदयू और भाजपा ने बढ़ाई वोट हिस्सेदारी, AIMIM को झटकाNDA के वादे और वित्तीय सीमाएं: ‘विकसित बिहार’ का सपना कितना संभव?

पीएफसी ने जारी किए यूरो ग्रीन बॉन्ड

Last Updated- December 12, 2022 | 1:00 AM IST

पावर फाइनैंस कॉरपोरेशन (पीएफसी) ने 30 करोड़ यूरो का यूरो ग्रीन बॉन्ड जारी किया है। सात साल की अवधि वाले इन बॉन्डों को 1.841 फीसदी की कीमत पर जारी किया गया है। पीएफसी ने कहा कि किसी भारतीय बॉन्ड जारीकर्ता की तरफ से यूरो के बाजार में यह सबसे कम प्रतिफल है। पीएफसी ने एक सार्वजनिक बयान में कहा, यह पीएफसी की तरफ से न सिर्फ पहला बॉन्ड है बल्कि भारत की तरफ से जारी होने वाला पहला यूरो ग्रीन बॉन्ड है।
इसके अतिरिक्त किसी भारतीय एनबीएफसी की तरफ से जारी होने वाला पहला यूरो बॉन्ड है, साथ ही साल 2017 के बाद भारत की तरफ से जारी होने वाला पहला यूरो बॉन्ड भी है। इसके साथ ही पीएफसी अंतरराष्ट्रीय स्तरपर रकम जुटाने के मामले में यूरोपीय बाजार में उतर गई। कंपनी ने यह भी कहा कि एशिया व यूरोप के काफी संस्थागत निवेशकों ने इसमें हिस्सा लिया और इसे 2.65 गुना आवेदन मिले।
पीएफसी के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक आर एस ढिल्लन ने कहा, बॉन्ड जारी किए जाने से कंपनी को अक्षय ऊर्जा पोर्टफोलियो के प्रबंधन में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, यह इश्यू भारत के अक्षय ऊर्जा लक्ष्य को हासिल करने में हमारी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। इससे कंपनी को अपना करेंसी बुक के अलावा निवेशक आधार का विशाखन करने में मदद मिलेगी।

First Published - September 17, 2021 | 5:45 AM IST

संबंधित पोस्ट