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पेप्सिको और कोका कोला की दुग्ध आधारित पेय मे उतरने की योजना

Last Updated- December 05, 2022 | 4:31 PM IST

कोका-कोला और पेप्सिको देश में दुग्ध-आधारित पेय सेगमेंट में प्रवेश करने की योजना का ऐलान पहले ही कर चुकी हैं। रिलायंस रिटेल अपने दुग्ध ब्रांड डेयरी प्योर के साथ डेयरी इस क्षेत्र में पहले ही प्रवेश कर चुकी है।


अब वह भी इस श्रेणी में विस्तार कर सकती है। इस उद्योग के जानकारों का मानना है कि भारती रिटेल भी डेयरी क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने की कवायद शुरू कर सकती है।


रेडी-टु-ड्रिंक फ्लेवर्ड दुग्ध उत्पादों का बाजार फिलहाल  500 करोड़ रुपये का है। दुग्ध पेय बाजार के ज्यादातर हिस्से पर इसका कब्जा है।


इस श्रेणी में प्रमुख कंपनियां गुजरात को-आपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (जीसीएमएमएफ) और मदर डेयरी के अलावा हर्शी, नेस्ले इंडिया और अमृत फूड आदि शामिल हैं।


जीसीएमएमएफ के पास अमूल ब्रांड के तहत फ्लेवर्ड दुग्ध विकल्पों की विशाल रेंज है। इसमें अमूल कूल, कूल कोको और कूल कैफे शामिल हैं। वहीं मदर डेयरी चिल्ज के साथ इस श्रेणी में मौजूद है। नेस्ले ने भी पिछले वर्ष ‘मिल्कमेड फनशेक्स’ उतारा है।


वहीं अमूल अपने स्वास्थ्य पेय स्टैमिना के साथ छाछ-आधारित पेय श्रेणी में एकमात्र कंपनी है। इसकी लस्सी की लोकप्रियता बढ़ी है।
जब कार्बनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक बाजार की पकड़ सारी दुनिया में ढीली होने लगी, तब सॉफ्ट ड्रिंक कंपनियों ने दुग्ध आधारित पेय क्षेत्र में प्रवेश किया।


पेप्सी ने सोबे ब्रांड के तहत चॉकलेट मिल्क लांच किया और पेप्सी ने फ्रैपुचिनो बाजार में उतार दिया तथा स्टारबक्स के साथ गठजोड़ किया।


वहीं दूसरी तरफ कोका-कोला ने नेस्ले यूएसए के बेवरेजेज डिवीजन के साथ भागीदारी कर चॉगलिट को तैयार किया। चॉगलिट दुग्ध आधारित चॉकलेट फ्लेवर्ड पेय है।

First Published - March 11, 2008 | 6:29 PM IST

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