फेसबुक और इंस्टाग्राम की पेरेंट कंपनी Meta ने लगभग 3,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला लिया है, जो कंपनी के कुल वर्कफोर्स का 5% है। इस बारे में कर्मचारियों को शुक्रवार को आंतरिक मेमो (internal memo) के जरिए जानकारी दी गई। यह मेमो लीक होकर बिजनेस इनसाइडर तक पहुंच गया।
Meta की वाइस प्रेसिडेंट ऑफ ह्यूमन रिसोर्सेज जेनेल गेल ने यह मेमो कंपनी के वर्कप्लेस फोरम पर पोस्ट किया। इसमें बताया गया कि जिन कर्मचारियों की नौकरी जा रही है, उन्हें सोमवार सुबह ईमेल के जरिए सूचित किया जाएगा।
जेनेल गेल ने कहा कि “जिस टीम के किसी मेंबर या मैनेजर की नौकरी सोमवार को चली जाएगी, उनके लिए यह दिन मुश्किल हो सकता है।” उन्होंने माना कि इससे कर्मचारियों की दिनचर्या प्रभावित होगी, लेकिन ऑफिस खुले रहेंगे। हालांकि, जो कर्मचारी चाहें, वे घर से काम कर सकते हैं।
Meta एक हाइब्रिड वर्क मॉडल अपनाता है, जिसमें कर्मचारियों को हफ्ते में तीन दिन ऑफिस आना जरूरी होता है। लेकिन सोमवार को घर से काम करने वालों के लिए यह इन-पर्सन वर्क में गिना जाएगा।
कुछ अंतरराष्ट्रीय कर्मचारियों के लिए रविवार रात 2:30 बजे (IST) से छंटनी की प्रक्रिया शुरू होगी, जबकि अमेरिका में काम करने वाले कर्मचारियों को सोमवार शाम 6:30 बजे (IST) ईमेल मिलेगा। इसके एक घंटे के भीतर प्रभावित कर्मचारियों की कंपनी सिस्टम तक पहुंच बंद कर दी जाएगी। ईमेल में सेवरेंस पैकेज से जुड़ी जानकारी भी दी जाएगी।
Meta इस बारे में कोई पब्लिक अनाउंसमेंट नहीं करेगा कि किन लोगों की नौकरी गई है। हालांकि, कुछ पदों को दोबारा भरा जा सकता है, लेकिन इसका कोई तय समय नहीं दिया गया है। अगर किसी मैनेजर को हटाया जाता है, तो उसकी टीम को किसी दूसरे मैनेजर के तहत काम सौंपा जाएगा।
Meta के CEO मार्क जुकरबर्ग ने पिछले महीने ही कर्मचारियों को जॉब कट के बारे में आगाह कर दिया था। उन्होंने कहा था कि कंपनी परफॉर्मेंस स्टैंडर्ड बढ़ा रही है और खराब परफॉर्मेंस करने वाले कर्मचारियों को जल्द हटाने की योजना बना रही है। आमतौर पर Meta लो परफॉर्मेंस करने वाले कर्मचारियों को एक साल में धीरे-धीरे हटाता है, लेकिन इस बार छंटनी हालिया परफॉर्मेंस रिव्यू के आधार पर तेजी से की जा रही है।
बता दें कि Meta अकेली कंपनी नहीं है जो कर्मचारियों की छंटनी कर रही है। हाल ही में Amazon ने भी दर्जनों कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था, जबकि Salesforce इस साल 1,000 नौकरियों में कटौती कर चुका है।
बीते दिनों IT कंपनी इन्फोसिस ने अपने 350 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। इस मामले की जानकारी रखने वालों ने बताया था कि ऑफर लेटर मिलने के बाद करीब ढाई साल से इंतजार कर रहे इन कर्मचारियों को पिछले साल अक्टूबर में कंपनी में लिया गया था। उस समय करीब 1,000 इंजीनियरों की भर्ती की गई थी। कर्मचारियों को उस समय निकाला गया है, जब अनिश्चित आर्थिक माहौल में कमजोर मांग के कारण आईटी कंपनियां सोच-समझकर ही नई भर्ती कर रही हैं।