Ola Electric IPO: ओला इलेक्ट्रिक इस हफ्ते 6,146 करोड़ रुपये (73.4 करोड़ डॉलर) का आईपीओ ला रही है। यह मई 2022 में भारतीय जीवन बीमा निगम के 21,000 करोड़ रुपये के बाद सबसे बड़ा आईपीओ होगा। इलेक्ट्रिक दोपहिया क्षेत्र में देश की सबसे बड़ी कंपनी ओला इलेक्ट्रिक अभी घाटे में चल रही है मगर कंपनी ने इसे मुनाफे में लाने की रणनीति तैयार की है।
कंपनी के संस्थापक और सीईओ भवीश अग्रवाल ने कहा कि बिक्री में वृद्धि और वर्टिकल एकीकरण मार्जिन में सुधार के मुख्य स्तंभ हैं। ओला के आईपीओ से घरेलू बाजार में घाटे वाली नई पीढ़ी की कंपनियों के प्रति निवेशकों के रुझान का भी पता चलेगा।
सॉफ्टबैंक समर्थित ओला इलेक्ट्रिक ने आईपीओ के लिए 72 से 76 रुपये प्रति शेयर का मूल्य दायरा रखा है। ऊपरी मूल्य दायरे के आधार पर ओला का मूल्यांकन 33,522 करोड़ रुपये होगा। आईपीओ में कंपनी 5,500 करोड़ रुपये मूल्य के ताजा शेयर जारी करेगी और निर्गम से मिलने वाले पैसे को वह कर्ज चुकाने, अपनी गीगाफैक्टरी के विस्तार और शोध एवं विकास में खर्च करेगी।
निर्गम में 646 करोड़ रुपये का ओएफएस भी शामिल है। इसमें भवीश अग्रवाल का 288 करोड़ रुपये का शेयर भी शामिल है। इसके साथ ही टाइगर ग्लोबल और सॉफ्टबैंक सहित करीब 8 निवेशक भी अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे। आईपीओ के बाद कंपनी में प्रवर्तक की हिस्सेदारी 45 फीसदी से घटकर 36.78 फीसदी रह जाएगी।
निवेश बैंकरों ने कहा कि निवेशकों की प्रतिक्रिया के आधार पर निर्गम का मूल्य तय किया गया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि घरेलू के साथ ही विदेशी म्युचुअल फंडों से निर्गम को अच्छी प्रतिक्रिया मिलेगी।
बिक्री में गिरावट और वैश्विक बाजार में भी ईवी सेगमेंट में नरमी के बारे में पूछे जाने पर अग्रवाल ने कहा कि अन्य उद्योग की तरह इसमें वृद्धि का एक चक्र होता है। उन्होंने कहा, ‘तीन साल पहले जब हम पहला वाहन लेकर आए थे तब बामुश्किल कोई ईवी दिखती थी। मगर अब आप स्कूटरों को देख लें इसकी हिस्सेदारी 15 फीसदी हो गई है। उतार-चढ़ाव का एक चक्र होता है। इसमें सब्सिडी नीति में बदलाव या कुछ चक्रीय मामले हो सकते हैं।’