एक्सचेंजों पर इस महीने सूचीबद्ध होने जा रही एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी की मूल कंपनी एनटीपीसी लिमिटेड ने कहा है कि उसने आईपीओ का कीमत दायरा बाजार के मनोबल में हो रहे बदलाव के हिसाब से कम किया है। एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी देश की सबसे बड़ी बिजली उत्पादक कंपनी की ऊर्जा इकाई है, जिसका आईपीओ मंगलवार को खुला, जिसका कीमत दायरा 102 रुपये से 108 रुपये है। आईपीओ का कुल आकार 10,000 करोड़ रुपये है।
एनटीपीसी लिमिटेड के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक गुरदीप सिंह ने कहा, हम हर किसी से चर्चा कर रहे थे और उनका कहना था कि आईपीओ का कीमत दायरा काफी ऊंचा है। लेकिन मनोबल में बदलाव के बाद हमने कीमत दायरा घटाया। हम इसे ऊंचा रख सकते थे।
कंपनी के अधिकारियों ने भारतीय बाजारों पर अमेरिकी चुनाव के नतीजों का असर और बेंचमार्क सूचकांकों में उसके बाद आई गिरावट को रेखांकित किया। सिंह ने कहा, हमने सैकड़ों संभावित निवेशकों से कई दौर की चर्चा के बाद कीमत दायरा तय किया। डीआरएचपी जमा कराए जाने के बाद से पिछले एक महीने में बाजार के मनोबल को छोड़कर भारतीय बिजली क्षेत्र में कुछ नहीं बदला है। इस समय कीमत दायरे का मतलब बनता है। वृद्धि की रफ्तार और राजस्व में तेजी कापी बेहतर है। एंकर निवेशकों की तरफ से काफी बड़ी मांग देखने के मिली और हमने उसे पूरा समायोजित करने में मुश्किल का सामना किया।
एनटीपीसी ने 2021 में अपनी हरित ऊर्जा आदि की परियोजनाओं के लिए समर्पित शाखा के रूप में एनजीईएल को लॉन्च किया। विदेशी निवेशकों द्वारा प्रस्तावित इष्टतम मूल्यांकन से कम की पेशकश के कारण रणनीतिक निवेशक खोजने के प्रयास विफल होने के बाद कंपनी ने सार्वजनिक पेशकश का फैसला किया। एनजीईएल आईपीओ के तहत नए शेयरों के जरिये 10,000 करोड़ रुपये जुटाए जा रहे हैं। मूल कंपनी एनटीपीसी कोई हिस्सेदारी नहीं बेच रही है।
इस अखबार को दिए एक पूर्व साक्षात्कार में सिंह ने कहा था, योजना 2032 तक एनजीईएल को 60 गीगावाट (जीडब्ल्यू) तक ले जाने की है, जिसके लिए उन्हें 3 से 3.5 लाख करोड़ रुपये की आवश्यकता होगी। 9 गीगावॉट के मौजूदा चरण के लिए हमें लगभग 1 लाख करोड़ रुपये की आवश्यकता है, जिसमें से 20 फीसदी इक्विटी की आवश्यकता इस आईपीओ के माध्यम से पूरी हो जाएगी। संयंत्रों के चालू होने से प्रति मेगावाट लगभग 65 से 70 लाख रुपये की नकदी लगती है। इसलिए हम इस 19 गीगावॉट को चालू करने में काफी सहज होंगे।