हवाई अड्डों के पास सी बैंड यानी 3.3 से 3.6 गीगाहर्ट्ज बैंड में 5जी रेडियो लगाने पर जारी गतिरोध खत्म करने के लिए सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) ने सरकार से कहा कि इसके लिए नियंत्रित उड़ान सिमुलेशन शुरू किया जाएगा। इससे यह पता चल जाएगा कि 5जी सिग्नल उड़ान नियंत्रण में किसी तरह की रुकावट नहीं करते हैं।
सीओएआई के निदेशक एसपी कोचर ने बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘हमने कहा है कि हमारा गार्ड बैंड बड़ा है। हमारे हार्मोनिक्स के हस्तक्षेप करने की संभावना नहीं है, अगर वे फिर भी हम पर विश्वास नहीं करते हैं तो उन्हें प्रयोगशाला में जांचना चाहिए।’
पिछले साल दिसंबर में दूरसंचार विभाग ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय की सिफारिशों के बाद दूरसंचार ऑपरेटरों को भारत के लगभग 137 हवाई अड्डों पर 5जी बेस स्टेशन तैनात करने से बचने के लिए कहा। दूरसंचार सेवा प्रदाताओं और विमानन कंपनियों के बीच चल रही खींचतान का अब तक कोई निश्चित समाधान नहीं निकल पाया है।
देश की तीनों निजी दूरसंचार कंपनियों, रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया को सदस्य रखने वाली सीओएआई ने सरकार से कहा 5जी टावर लगाने वाले अधिकतर देशों ने कोई एहतियाती उपाय नहीं किए हैं। इसने कहा है कि यूरोप के 20 से अधिक देशों बिना किसी हानिकारक हस्तक्षेप के दावे के तीन साल तक अमेरिका के तरह ही सी-बैंड टावर लगाए हैं।