निटको टाइल्स ने वित्तीय वर्ष 2009-10 में बिक्री के जरिए करीब 2000 करोड़ रुपये के कारोबार का लक्ष्य रखा है।
फिलहाल मुंबई, कोलकाता, कोयंबटूर और नासिक में कंपनी के ला स्टूडियो नाम के ब्रांडेड शोरूम मौजूद हैं। नासिक के 4 शोरूम निटको ने हाल ही में खोले थे और अब उसकी नजर पहले दूसरे और तीसरे दर्जे के शहरों पर है। कंपनी अगले 18 महीनो के भीतर देश भर के शहरों में 12 नए ला स्टूडियो और 120 ला एक्सप्रेस आउटलेट खोलने का इरादा रखती है।
बिजनेस स्टैंडर्ड से बातचीत में निटको के मुख्य परिचालन अधिकारी कल्याण पॉल ने यह जानकारी दी। ला स्टूडियो निटको के मालिकाना हक वाला ब्रांडेड शोरूम है जबकि ला एक्सप्रेस उसके नियंत्रण वाले फ्रैंचाइजी शोरूम हैं। पॉल ने बताया कि हर ला स्टूडियो पर करीब 40 से 60 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे और शोरूम का क्षेत्रफल 3000 से 5000 वर्ग फीट होगा।
पॉल कहते हैं कि कंपनी भारी मात्रा में उत्पादन करती है और इसलिए ला स्टूडियो शोरूम ग्राहकों क ी हर जरूरत पूरी करने में सक्षम है। यहां एक ही छत के नीचे सिरेमिक टाइल्स, विट्रीफाइड टाइल्स, सीमेंट -टेरेजो टाइल्स पेवर्स, डिजाइनर टाइल्स और इंर्पोटेड मार्बल व मोजेक जैसी कई किस्में मिल जाएंगी।
कंपनी की कोशिश है कि ग्राहकों को यहां बेहतर विकल्प मिलें। फिलहाल सिरेमिक टाइल के बाजार में निटको की हिस्सेदारी 15 फीसदी की है जबकि विट्रीफाइड टाइल के बाजार के 14 प्रतिशत हिस्से पर उसकी दावेदारी है।
निटको के पास मुंबई और सिलवासा में टाइल कारखाने हैं। पॉल का दावा है कि निटको, टाइल्स बनाने वाली भारत की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है और यह 50 फीसदी की दर से विकास कर रही है। 2006-07 के दौरान कंपनी ने बिक्री के जरिए 413.11 करोड़ का कारोबार किया और निटको को उम्मीद है कि साल 2007-08 के दौरान यह 650 करोड़ का आंकड़ा छू लेगा। मार्च के अंत तक स्थिति बिल्कुल साफ हो जाएगी।