facebookmetapixel
शेयर बाजार में तीसरे दिन तेजी; सेंसेक्स 595 अंक चढ़ा, निफ्टी 25,850 अंक के पारGroww IPO की धमाकेदार लिस्टिंग! अब करें Profit Booking या Hold?Gold में फिर आने वाली है जोरदार तेजी! जानिए ब्रोकरेज ने क्यों कहा?सेबी चीफ और टॉप अफसरों को अपनी संपत्ति और कर्ज का सार्वजनिक खुलासा करना चाहिए, समिति ने दिया सुझावKotak Neo का बड़ा धमाका! सभी डिजिटल प्लान पर ₹0 ब्रोकरेज, रिटेल ट्रेडर्स की बल्ले-बल्लेभारी बारिश और चक्रवात मोंथा से कपास उत्पादन 2% घटने का अनुमान, आयात रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने की उम्मीदSpicejet Q2FY26 results: घाटा बढ़कर ₹635 करोड़ हुआ, एयरलाइन को FY26 की दूसरी छमाही में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीदRetail Inflation: खुदरा महंगाई अक्टूबर में घटकर कई साल के निचले स्तर 0.25% पर आई, GST कटौती का मिला फायदाGold ETFs में इनफ्लो 7% घटकर ₹7,743 करोड़ पर आया, क्या कम हो रही हैं निवेशकों की दिलचस्पी?चार्ट्स दे रहे ब्रेकआउट सिग्नल! ये 5 Midcap Stocks बना सकते हैं 22% तक का प्रॉफिट

बीओआरएल का नया संयंत्र

Last Updated- December 10, 2022 | 5:23 PM IST

भारत ओमान रिफाइनरी लिमिटेड (बीओआरएल) मध्य प्रदेश के बीना में स्थित कच्चे तेल की रिफाइनरी में एक पेट्रोकेमिकल संयंत्र लगाएगी।


बीओआरएल भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड और ओमान ऑयल कंपनी के साझे उपक्रम वाली कंपनी है।कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि इस रिफाइनरी के चालू होने के तुरंत बाद पेट्रोकेमिकल इकाई लगाने का काम शुरू हो जाएगा। हालांकि इस इकाई के लिए निवेश जुटाने का काम अभी शुरू नहीं हुआ है।


गौरतलब है कि बीओआरएल ने 2007 में मध्य प्रदेश सरकार से अपील की थी कि उसे बीना रिफाइनरी में पेट्रोकेमिकल संयंत्र बनाने के लिए 1000 एकड़ जमीन दी जाए।रिलायंस जैसी दिग्गज कंपनियां पेट्रोलियम उत्पादों के निर्यात में सहूलियत को देखते हुए रिफाइनरी लगाने के लिए तटवर्ती क्षेत्रों की राह पकड़ रही हैं वहीं बीओआरएल मध्य प्रदेश जैसी जगह पर संयंत्र लगाने जा रही है।


जानकारों का मानना है कि एक निर्यात -आधारित रिफाइनरी लगाना ज्यादा बेहतर है क्योंकि यह ज्यादा आर्थिक संभावनाओं से भरी होती है। वैसे भी देश में इस समय पेट्रोलियम उत्पाद पर्याप्त मात्रा में मौजूद हैं।


लेकिन बीओआरएल का मानना है कि देश में पेट्रोलियम उत्पादों की मांग 50 लाख टन सालाना की दर से बढ़ रही है और एक रिफाइनरी बनाने में तीन साल का समय लगता है। इस तरह हर तीन साल में 1.5 करोड़ टन सालाना क्षमता वाली एक रिफाइनरी बनाई जा सकती है।


कंपनी ने अपनी प्रवर्तक बीपीसीएल के साथ उत्पाद संबंधित समझौता किया है। इस रिफाइनरी के उत्पादों का विपणन मध्य और उत्तरी भारत में किया जाएगा। बीना रिफाइनरी की क्षमता में इजाफे की भी योजना है।इसे बढ़ाकर 1.8 करोड़ टन सालाना किया जाएगा।

First Published - April 8, 2008 | 12:48 AM IST

संबंधित पोस्ट