Tata Steel: Tata Group की कंपनी टाटा स्टील (Tata Steel) को नीदरलैंड की संसद (Dutch parliament) 3.26 बिलियन डॉलर यानी करीब 2700 करोड़ रुपये देने का फैसला किया है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट ने आज बताया कि पर्यावरण में सुधार के लिए नीदरलैंड टाटा स्टील की IJmuiden फैक्टरी को रिनोवेट कराना चाहता है और इसका ग्रीन ट्रांसफॉर्मेशन कराना चाहता है। नीदरलैंड के इस फैसले का भारतीय शेयर बाजार में भी असर देखने को मिला। टाटा स्टील के शेयर आज टॉप गेनर्स की लिस्ट में NSE और BSE, दोनों पर रहे।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट ने बताया कि टाटा स्टील प्लांट की वजह से आसपास पर्यावरण पर काफी बुरा असर पड़ रहा है और लोगों को गंभीर बीमारी का सामना करना पड़ रहा है। इसे दूर करने के लिए नीदरलैंड की सरकार चाहती है कि कंपनी प्लांट को तेजी से रिनोवेट करे और उसका पर्यावरण के अनुकूल ग्रीन ट्रांसफॉर्मेशन करे। इसके लिए नीदरलैंड टाटा स्टील को सब्सिडी देगा। हालांकि, सरकार की तरफ से कितना रकम मिलेगी, उसके बारे में कोई जिक्र नहीं किया गया है। मगर नीदरलैंड सरकार में आर्थिक मामले और पर्यावरण मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि इसके लिए सरकार कंपनी को 3 बिलियन डॉलर (3 अरब डॉलर) तक सब्सिडी दे सकती है।
प्रवक्ता ने कहा कि फंडिंग देने के लिए कंपनी के साथ समझौता हो रहा है और बातचीत शुरू हो गई है। लेकिन यह प्रक्रिया गोपनीय (confidential) है और मंत्रालय अभी तक इस बारे में कोई निश्चित जानकारी नहीं दे सकता कि सरकार कितनी सब्सिडी देगी। टाटा स्टील के प्रवक्ता Peter van Boesschoten ने कहा कि टाटा स्टील नीदरलैंड सरकार की इस मदद से काफी खुश है।
टाटा स्टील की IJmuiden प्लांट यूरोप का दूसरा सबसे बड़ा स्टील प्लांट है। ऐसा माना जा रहा है कि इस प्लांट की वजह से जबरदस्त प्रदूषण हो रहा है। इस वजह से लोकल एरिया में फेफड़ों के कैंसर की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे मामलों की संख्या में 4 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है। लोगों की जीवन प्रत्याशा में भी कमी आ रही है। एरिया के आसपास की जीवन प्रत्याशा नीदरलैंड के औसत से 2.5 महीने कम है।
कंपनी पर जहरीले कच्चे कोक (toxic raw cokes) उत्सर्जित करने के लिए इस पर कई बार जुर्माना लगाया गया है। गौरतलब है कि कोक स्टील का एक आवश्यक घटक है और इसे हवा की अनुपस्थिति में कोयले को गर्म करके बनाया जाता है।
हाल ही में इकनॉमिक टाइम्स (ET) के साथ इंटरव्यू में टाटा स्टील के CEO ने कहा था कि नीदरलैंड बिजनेस के लिए सबसे खराब स्थिति निश्चित रूप से हमारे पीछे है क्योंकि पिछले साल हमें ब्लास्ट फर्नेस (एक तरह की भट्टी) के साथ समस्या हुई थी। हमारे पास एक रिलाइनिंग थी जिसमें हमारी योजना से अधिक समय लगा। ब्लास्ट फर्नेस फिर से चालू हो गया है इसलिए आप तिमाही-दर-तिमाही सुधार देखेंगे।
लोकसभा चुनाव के नतीजे वाले दिन जहां ज्यादातर शेयरों में जबरदस्त गिरावट आई थी, तो वहीं आज शेयर बाजार फिर से रिकवरी मोड में आ गया। टाटा स्टील के शेयरों ने भी शानदार उछाल दर्ज की। इसके शेयर आज 6.32 फीसदी की उछाल के साथ 169 रुपये पर बंद हुए। इंट्रा डे ट्रेड के दौरान इसके शेयरों में 6.80 फीसदी तक का उछाल आ गया था और शेयर 169.60 के हाई लेवल पर पहुंच गए थे। शेयर का लो लेवल आज के लिए 159 रुपये था।