नेस्ले इंडिया का शुद्ध लाभ अप्रैल-जून तिमाही में 515.3 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल के मुकाबले 4.3 प्रतिशत कम है और परिचालन से राजस्व 4,036.4 करोड़ रुपये पर रहा, जो 16.1 प्रतिशत तक की वृद्धि है।
नेस्ले इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सुरेश नारायणन ने कंपनी के वित्तीय परिणाम पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्ति करते हुए कहा, ‘वृद्धि व्यापक आधार पर दर्ज की गई है और यह कीमतों पर आधारित है। मैं यह बताने के लिए भी उत्साहित हूं कि ‘आउट ऑफ होम’ (ओओएच) सेगमेंट में अच्छी तेजी आई है जो होटल, शैक्षिक केंद्र और कार्यशालाओं जैसे माध्यमों से संबंधित है। जहां तक इन माध्यमों का सवाल है, संगठित कारोबार ने उपभोक्ता और श्रेणियों में व्यापक वृद्धि दर्ज की है।’
तिमाही के दौरान किटकैट की निर्माता ने अपने दुग्ध उत्पादों और न्यूट्रीशन श्रेणी में दो अंक की वृद्धि दर्ज की और मिल्कमेड से उसे बढ़त हासिल हुई। नारायणन ने कहा कि कन्फेक्शनर कैटेगरी में, किटकैट और नेस्ले मंच ने मीडिया केम्पेन, आकर्षक उपभोक्ता प्रोत्साहनों, वितरण अभियानों की मददसे दो अंक की शानदार वृद्धि दर्ज की। उन्होंने यह भी कहा, ‘बेवरेज श्रेणी भी दो अंक की वृद्धि दर्ज करने में सफल रही और कंपनी को नैस्कैफे से मदद मिली। कंपनी ने पहुंच और वितरण बढ़ाने पर लगातार ध्यान केंद्रित किया। फूड श्रेणी ने दो अंक की वृद्धि दर्ज की और मैगी नूडल्स में बाजार भागीदारी में सुधार दर्ज किया गया।’
नारायणन ने कहा कि कंपनी बड़े शहरों और महानगरों में लगातार मजबूत पकड़ बनाने की संभावना तलाश रही है और साथ ही छोटे कस्बों में पैठ बढ़ाने पर भी जोर दे रही है।
नेस्ले इंडिया के निदेशक मंडल ने व्यवसाय स्थानांतरण के जरिये पुरीना पेटकेयर इंडिया से पेट फूड व्यवसाय के अधिग्रहण को मंजूरी दी है, जो 1 अक्टूबर, 2022 से प्रभावी होगा।
