नजारा टेक्नोलॉजिज ने देसी गेमिंग क्षेत्र के सबसे बड़े विलय एवं अधिग्रहण (एमऐंडए) सौदों में एक के तौर पर पोकरबाजी की मूल कंपनी मूनशाइन टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड (एमटीपीएल) में 982 करोड़ रुपये में बड़ी हिस्सेदारी खरीदने की घोषणा की है।
इस खबर के बाद सूचीबद्ध गेमिंग ऐंड मीडिया प्रौद्योगिकी फर्म के शेयर की कीमत इंट्रा डे कारोबार के दौरान 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर 1,059.45 रुपये पर पहुंच गई थी। कारोबार के अंत में कंपनी का शेयर 4.3 फीसदी चढ़कर 1,050.4 रुपये पर बंद हुआ।
नजारा द्वितीयक लेनदेन के जरिये 832 करोड़ रुपये में मूनशाइन टेक्नोलॉजी में 47.7 फीसदी हिस्सा खरीदेगी। कंपनी अनिवार्य परिवर्तनीय तरजीही शेयर के जरिये मूनशाइन में 150 करोड़ रुपये की पूंजी भी लगाएगी। रॉस टेक्नोलॉजिज, बाजी नेटवर्क्स, बाजी गेम्स और एसबीएन गेमिंग नेटवर्क जैसी चार सहायक कंपनियों की एमटीपीएल होल्डिंग कंपनी भी है।
बाजी नेटवर्क ने पोकरबाजी का संचालन करती है, जो देश का सबसे बड़ा ऑनलाइन पोकर प्लेटफॉर्म है और यह मूनशान के शुद्ध राजस्व में भी 85 फीसदी से ज्यादा का योगदान देता है। वहीं, इसके फैंटसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म स्पोर्ट्स बाजी से कंपनी को 12 फीसदी राजस्व मिलता है। इस साल मई तक पोकरबाजी के पास 3.40 लाख से अधिक सक्रिय मासिक उपभोक्ता थे।
नजारा टेक्नोलॉजिज के मुख्य कार्य अधिकारी नीतीश मित्रसेन ने कहा, ‘मूनशाइन टेक्नोलॉजी में यह निवेश देश के प्रमुख गेमिंग प्लेटफॉर्म के तौर पर नजारा की स्थिति को मजबूत करने की हमारी यात्रा को दर्शाता है। पोकरबाजी न केवल भारत में ऑनलाइन पोकर गेमिंग के शीर्ष प्लेटफॉर्म के तौर पर उभरा बल्कि उपयोगकर्ता जुड़ाव, नवोन्मेष और पूरे अनुभव में नए मानक भी स्थापित किए हैं।’
हाल के दिनों में नजारा कंपनियों की अधिग्रहण की होड़ में है क्योंकि कंपनी अब कौशल वाले ऑनलाइन गेमिंग खंड में अपनी स्थिति मजबूत कर रही है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 के अपने सालाना रिपोर्ट में कहा है कि वह अगले दो वर्षों के दौरान एमऐंडए में 10 करोड़ डॉलर का निवेश करेगी।
इसका मकसद दुनिया भर में अपनी उपस्थिति मजबूत करने के साथ भारत में गेम खेलने वालों की बढ़ती तादाद का लाभ उठाना है। कुछ दिन पहले ही नजारा ने 18.4 करोड़ रुपये में ईस्पोर्ट्स कम्युनिटी प्लेटफॉर्म जेटस्टैन टेक्नोलॉजिज में 15.86 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने की घोषणा की थी।
नजारा के तीन कारोबार खंड हैं, जिसमें गेमिंग, ईस्पोर्ट्स और एडटेक शामिल हैं। इनमें से कंपनी का 55 फीसदी राजस्व ईस्पोर्ट्स से मिलता है और 36 फीसदी राजस्व गेमिंग और 9 फीसदी राजस्व एडटेक से मिलता है।
वित्त वर्ष 2024 में कंपनी ने गेमिंग क्षेत्र में चार अधिग्रहण की घोषणा की थी। गेमिंग खंड में नजारा ने बच्चों के ऐप किडोपिया के डेवलपर और पब्लिशर पेपर बोट ऐप्स में 300 करोड़ रुपये में 48.42 फीसदी हिस्सा खरीदा था। कंपनी ने ब्रिटेन की गेमिंग स्टूडियो फ्यूजबॉक्स गेम्स का भी अधिग्रहण किया।
ईस्पोर्ट्स खंड में अपनी सहायक कंपनी नोडविन के जरिये इसने यूरोपियन ईस्पोर्ट्स कंपनी फ्रिक्स 4यू गेम्स का अधिग्रहण किया। नजारा की सहायक कंपनी स्पोर्ट्स कीड़ा ने 7.5 करोड़ रुपये में डेल्टिया गेमिंग का अधिग्रहण किया।