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Mars acquisition: मार्स के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है केलानोवा अधिग्रहण

मार्स का केलानोवा का 35.9 अरब डॉलर में अधिग्रहण, भारत में मजबूत वितरण तंत्र से मिलेगा बड़ा फायदा

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शार्लीन डिसूजा   
Last Updated- August 23, 2024 | 11:06 PM IST

पालतू पशुओं के लिए भोजन (पेट फूड) और चॉकलेट आदि बनाने वाली कंपनी मार्स ने केलानोवा (पुराना नाम केलॉग्स) का 35.9 अरब डॉलर में अधिग्रहण करने का ऐलान किया है। ज्यादातर विश्लेषक मान रहे हैं कि ‘स्निकर्स’ बार बनाने वाली मार्स को भारत में इसका बड़ा फायदा मिलेगा। देश में केलॉग्स का वितरण तंत्र बहुत मजबूत है, जो मार्स को लाभ पहुंचाएगा।

भले ही मार्स पेट-फूड बिजनेस के साथ एक बड़ी कंपनी है मगर भारत में केलानोवा का कारोबार उससे बहुत बड़ा है। विशेषज्ञों का कहना है कि ग्रामीण इलाकों में केलॉग्स की पहुंच से मार्स को लाभ होगा और आधुनिक व्यापार, ई-कॉमर्स और क्विक कॉमर्स में भी उसके पास काफी उत्पाद हो जाएंगे।

ईवाई पार्थनन में पार्टनर एवं नैशनल लीडर (कंज्यूमर प्रोडक्ट ऐंड रिटेल सेक्टर) अंशुमान भट्टाचार्य ने बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘इस अधिग्रहण से मार्स को भारतीय बाजार में केलॉग्स के वितरण का लाभ मिलेगा। दोनों कंपनियों के ग्राहक और मौजूदगी वाले शहर लगभग समान हैं। इस अधिग्रहण से मार्स के लिए उत्पादों का बड़ा पोर्टफोलियो तैयार हुआ है।’

उन्होंने कहा, ‘पोर्टफोलियो बड़ा होता है तो आधुनिक व्यापार और ई-कॉमर्स के लिए अधिक महत्त्वपूर्ण हो जाता है और यह मार्स के लिए कारगर होगा क्योंकि केलानोवा की ई-कॉमर्स में मजबूत पकड़ है और आधुनिक व्यापार भी इसकी मुख्य ताकत है।’

वजीर एडवाइजर्स के संस्थापक एवं प्रबंध निदेशक हरमिंदर साहनी की राय भी ऐसी ही है। उन्होंने कहा कि यह अधिग्रहण दोनों कंपनियों के लिए अच्छा होगा क्योंकि दोनों का मिला-जुला ब्रांड पोर्टफोलियो आधुनिक रिटेल, ई-कॉमर्स और क्विक-कॉमर्स कंपनियों के साथ मोलभाव में उनका पलड़ा भारी कर देगा।

मार्स इंटरनैशनल का भारतीय राजस्व वित्त वर्ष 2023 मे 2,266 करोड़ रुपये (उसके पेट फूड व्यवसाय से प्राप्त राजस्व समेत) रहा, जबकि केलॉग्स इंडिया के लिए यह आंकड़ा 1,530.4 करोड़ रुपये था। भारत में मार्स का घाटा वित्त वर्ष 2023 में 38.9 करोड़ रुपये था, जबकि केलॉग्स इंडिया ने समान अवधि में 119.5 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया।

इस उद्योग के एक अधिकारी ने कहा कि जब तक संयुक्त इकाई (अधिग्रहण के बाद गठित) अपने परिचालन का दायरा तेजी से नहीं बढ़ाएगी, तब तक ज्यादा बदलाव नहीं आएगा। अधिकारी ने कहा कि उन्हें भारतीय बाजार में अपने और उत्पाद पेश करने की जरूरत होगी। तभी बड़ा बदलाव आएगा, या फिर उन्हें अपना वितरण दायरा बढ़ाना होगा। केलानोवा भारत में केलॉग्स ब्रांड के तहत अनाज से बने उत्पाद बेचती है, जबकि मार्स रॉयल कैनिन, पेडिग्री, स्निकर्स, ऑर्बिट, डबलमिंट आदि की बिक्री करती है।

First Published : August 23, 2024 | 10:16 PM IST