मेकमाईट्रिप ने दिसंबर में शानदार तिमाही वृद्धि दर्ज की। समूह के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्याधिकारी राजेश मागो ने नई दिल्ली में अक्षरा श्रीवास्तव के साथ साक्षात्कार में देश के यात्रा उद्योग में तेजी और कंपनी की नई योजनाओं के बारे में बताया। बातचीत के मुख्य अंश:
आपने तीसरी तिमाही में शानदार नतीजे दर्ज किए। इस वृद्धि के लिए आप किसे श्रेय देते हैं?
मेरा मानना है कि यह ऐसा सुधार है जो महामारी के बाद हो रहा है। जैसे ही क्षेत्र में धीरे धीरे सुधार आया है, मांग भी बढ़ी है। उद्योग में आपूर्ति संबंधित समस्याएं भी अब धीरे धीरे दूर हो रही हैं।
ऐसे कौन से कारक हैं जो इस क्षेत्र के सुधार को बढ़ावा दे रहे हैं?
उद्योग इस समय दो अंक की दर से बढ़ रहा है और मेरा मानना है कि यह बेहद मजबूत वृद्धि दर है। सभी मोर्चों पर आपूर्ति में सुधार हो रहा है। आय बढ़ रही है और खर्च करने के लिहाज से लोगों के व्यवहार में बदलाव आ रहा है। ये वृद्धि के वाहक हैं।
पूंजीगत खर्च पर सरकारी भागीदारी भी बढ़ रही है, जो इस क्षेत्र के विकास के लिए महत्त्वपूर्ण है। कई तरह के सड़क इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास हुआ है और मौजूदा हवाई अड्डों में क्षमता वृद्धि से यात्रियों के अनुभव में सुधार लाने में मदद मिली है जिससे क्षेत्र बढ़ा है।
आपके राजस्व स्रोत की बात करें तो होटल बुकिंग और हवाई यातायात का इसमें क्या हिस्सा है?
साल 2020-11 में हवाई बुकिंग का योगदान हमारे व्यवसाय में 90 प्रतिशत रहा जबकि हमारे कारोबार में 5 प्रतिशत पैकेज और होटलों का योगदान था। इस समय हमारा करीब 45 प्रतिशत राजस्व होटल बुकिंग से आता है जबकि एयर ट्रैवल का करीब 38-39 प्रतिशत योगदान है। करीब 12-13 प्रतिशत राजस्व ग्राउंड ट्रांसपोर्ट (काफी हद तक रेडबस) से आता है।
राजस्व कमाने ने के लिए आप कौन से नए रास्ते तलाश रहे हैं?
‘होमस्टे’ एक नई श्रेणी है, जो बेहद संभावना भरी दिख रही है और मुझे अगले तीन-चार साल में इसके 30-40 प्रतिशत की सालाना दर से बढ़ने का अनुमान है। हमारे पास 100,000 कमरे हैं जिनमें विला और हॉस्टल शामिल हैं जो अब हमारे प्लेटफॉर्म पर हैं।
बढ़ते सड़क परिवहन ने वृद्धि की संभावना बढ़ा दी है जिसे हमने ‘सवारी’ (इंटर-सिटी कैब सेवा जिसमें एमएमटी ने हाल में निवेश किया है) के साथ कवर करने की योजना बनाई है। हमने छोटे और मझोले उद्यमों के लिए माईबिज के साथ अपने कॉरपोरेट व्यवसाय में भी तेजी लाने पर जोर दिया है।
साथ ही बड़े उद्यमों के लिए क्वेस्ट2ट्रैवल को बढ़ावा दिया जा रहा है। ट्रैवल सेगमेंट में 30 प्रतिशत कारोबार निगमों के माध्यम से होता है जिससे हमें काफी गुंजाइश मिलती है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने अंतरिम बजट भाषण में पर्यटन का जिक्र किया था। आध्यात्मिक पर्यटन के लिए क्या संभावनाएं हैं?
मेरा मानना है कि इस क्षेत्र में निश्चित ही काफी अधिक संभावनाएं हैं। आध्यात्मिक पर्यटन महज दर्शन के लिए यात्रा करने तक सीमित नहीं है बल्कि लोग अब इसे महसूस भी करना चाहते हैं। इसलिए, वे धर्मस्थलों की यात्रा करते हैं। कुछ स्थानों में बुनियादी ढांचा संबंधित सुधारों से भी विकास को बढ़ावा मिल रहा है।