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किंगफिशर ने ए340 की डिलीवरी टाली

Last Updated- December 05, 2022 | 4:41 PM IST


किंगफिशर एयरलाइन ने अप्रैल में प्रस्तावित ए340-500 विमानों की डिलीवरी को टाल दिया है। अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के लिए अपने रूट नेटवर्क को अंतिम रूप देने में विफल रहने के बाद इस एयरलाइन ने यह फैसला किया है।


एयरलाइन अब ये विमान जुलाई में और ऐसे ही पांच विमान अगस्त तक प्राप्त करेगी। किंगफिशर को एक ए340 विमान अप्रैल में हासिल करना था। किंगफिशर एयरलाइंस के कार्यकारी उपाध्यक्ष हितेश पटेल ने कहा, ‘हमने अपने अंतर्राष्ट्रीय मार्गों के लिए योजना को अंतिम रूप नहीं दिए जाने के कारण डिलीवरी को टाल दिया है।


हालांकि, किंगफिशर अपने सभी 10 विशाल विमानों को सितंबर तक हासिल कर लेगी। इन विमानों में ए330एस (इन विमानों को लंदनमुंबईदिल्ली मार्ग पर लगाया जाएगा) भी शामिल हैं।विमानों की खेप को टालने के पीछे एक प्रमुख कारण यह भी हो सकता है कि किंगफिशर वेट लीजिंग के लिए एक एयरलाइन की तलाश करने में सक्षम नहीं रही है।


वेट लीजिंग एक ऐसा समझौता है जिसके तहत एक एयरलाइन दूसरी एयरलाइन के लिए विमान, चालक दल, रखरखाव और बीमा आदि मुहैया कराती है। किंगफिशर एयरलाइन वेट लीजिंग को लेकर एयरइंडिया से पहले ही बातचीत कर चुकी है। जिसके चलते कंपनी अपनी सेवाएं मुहैया करवाएगी। एयरइंडिया एक बड़े बोइंग की तलाश में है। इसका कारण बोइंग ड्रीमलाइनर 787 की डिलीवरी के शिडयूल में विलंब है। एयर इंडिया के प्रवक्ता का कहना है, ‘किंगफिशर को एक विमान 6 महीने की लीज पर दिया जाने वाला था, लेकिन सिर्फ 6 महीने के लिए विमान लीज पर देने का कोई मतलब नहीं है।


एक और विमान सालभर के लिए दिया जा रहा था, पर इस बारे में बात नहीं बन पाई।खाड़ी क्षेत्र की विमानन कंपनी एतिहाद एयरवेज भी किंगफिशर एयरक्राफ्ट की वेट लीज पर विचार कर रही है। सिम्पलीफाई डेक्कन के बाद किंगफिशर को भी विदेश में उड़ानों की अनुमति की उम्मीद है।

First Published - March 18, 2008 | 11:27 PM IST

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