सज्जन जिंदल के नेतृत्व वाली जेएसडब्ल्यू स्टील ने आज कहा कि वह कर्नाटक में अपनी विजय नगर इकाई का क्षमता विस्तार करने के लिए 15,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी, जो वित्त वर्ष 24 से चालू होना है। कुल 60 लाख टन की इस विस्तार योजना में 50 लाख टन की नई परियोजना तथा अनुकूलन के जरिये मौजूदा इकाई का 10 लाख टन शामिल है।
केंद्रीय इस्पात मंत्री, राम चंद्र प्रसाद सिंह ने आज कर्नाटक के बल्लारी में जेएसडब्ल्यू स्टील विजयनगर वक्र्स की एकीकृत इस्पात इकाई में 50 लाख टन की नई परियोजना की आधारशिला रखी। जेएसडब्ल्यू स्टील ने अपनी विज्ञप्ति में कहा कि इस परियोजना के लिए केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय से पहले ही पर्यावरण मंजूरी (ईसी) प्राप्त की जा चुकी है और कर्नाटक सरकार की सिंगल विंडो हाई-लेवल क्लीयरेंस कमेटी (एसएच एलसीसी) से प्रारंभिक मंजूरी भी मिल चुकी है।
जेएसडब्ल्यू स्टील के चेयरमैन सज्जन जिंदल के हवाले से कहा गया है कि विजयनगर में 50 लाख टन की नई परियोजना हमारे सतत लक्ष्यों के अनुरूप है तथा पानी, अपशिष्ट, कार्बन और ऊर्जा के हमारे फुटप्रिंट को अनुकूल करते हुए सर्कुलर इकॉनोमी पर ध्यान केंद्रित करती है।
सितंबर 2021 में जेएसडब्ल्यू स्टील ने विदेशी बाजार में सस्टेनेबिलिटी लिंक्ड बॉन्ड (एसएलबी) जारी करके एक अरब डॉलर (7,300 करोड़ रुपये) जुटाए थे। कंपनी ने कहा था कि निर्गम से मिलने वाली रकम का इस्तेमाल कंपनी द्वारा पूंजीगत व्यय की योजनाओं के साथ-साथ ऋण के पुनर्वित्त के लिए किया जाएगा।
इसके अलावा इस एकीकृत इस्पात उत्पादक ने वित्त वर्ष 21 के अपने चौथी तिमाही के परिणामों में 21,162 करोड़ रुपये के बचे हुए पूंजीगत व्यय का संकेत दिया था। विश्लेषकों का मानना है कि इस नियोजित विस्तार को अंजाम देने के लिए कंपनी के पास पर्याप्त तरलता है।
इसके साथ ही जेएसडब्ल्यू स्टील लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी जेएसडब्ल्यू विजयनगर मेटालिक्स लिमिटेड के जरिये 10 लाख टन क्षमता की ब्राउनफील्ड विस्तार परियोजना शुरू की जा रही है। इस घटनाक्रम से जुड़े एक करीबी सूत्र ने कहा कि 10 लाख टन क्षमता अगले 12 महीने में शुरू हो जानी चाहिए, जिससे विजयनगर की क्षमता 1.3 करोड़ टन तक हो जाएगी।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर आज जेएसडब्ल्यू स्टील का शेयर गुरुवार के मुकाबले 0.15 प्रतिशत चढ़कर 674 रुपये पर बंद हुआ। इन क्षमता विस्तारों के बाद विजयनगर की कुल क्षमता 1.8 करोड़ टन हो जाएगी, जो जेएसडब्ल्यू स्टील के विकास के अगले चरण का हिस्सा होगी, जिसका लक्ष्य वित्त वर्ष 25 तक भारत और अमेरिका में कुल क्षमता 3.75 करोड़ टन करना है।
केयर रेटिंग्स के एसोसिएट निदेशक हितेश अवचत ने कहा कि हम उम्मीद कर रहे हैं कि अगले पांच वर्षों में भारत की स्टील खपत में प्रति वर्ष सात से 7.5 प्रतिशत तक का इजाफा होगा।