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महंगाई पर काबू के लिये इस्पात पर एक्सपोर्ट ड्यूटी लगाया गया था: JSW चेयरमैन

Last Updated- December 10, 2022 | 11:11 AM IST

जेएसडब्ल्यू समूह के चेयरमैन सज्जन जिंदल ने सोमवार को कहा कि सरकार ने इस्पात पर निर्यात शुल्क मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिये लगाया था और अब इसमें नरमी दिखाई दे रही है। उन्होंने इस्पात के सामान पर निर्यात शुल्क हटाने के सरकार के कदम पर अपनी प्रतिक्रिया में यह बात कही।

जिंदल ने तीसरे इंडियन स्टील एसोसिएशन (आईएसए) के सम्मेलन में कहा, ‘‘मुद्रास्फीति का दबाव काफी ज्यादा था और सरकार इसमें कमी लाना चाहती थी। इसी कारण निर्यात शुल्क लगाया गया। उद्योग ने सरकार के कदमों का समर्थन किया।’’

उन्होंने कहा कि मुद्रास्फीति नीचे आई है और घरेलू बाजार के साथ-साथ वैश्विक बाजारों में भी इस्पात की कीमतों में भी सुधार हुआ है। हालांकि, उन्होंने इस बारे में विस्तार से कुछ नहीं बताया।

उल्लेखनीय है कि सरकार ने इस्पात उत्पादों और लौह अयस्क पर निर्यात शुल्क में कटौती कर शून्य कर दिया है। यह 19 नवंबर, 2022 से प्रभाव में आ गया। निर्यात शुल्क 21 मई को लगाया गया था। जेएसडब्ल्यू समूह इस्पात, सीमेंट, पेंट और बुनियादी ढांचा समेत अन्य क्षेत्रों से जुड़ा है।

First Published - November 21, 2022 | 4:13 PM IST

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