Reliance Industries Demerger: मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की नजर अब फाइनैंशियल सर्विस इंडस्ट्री पर अपना सिक्का जमाने पर है। वह देश का पांचवा सबसे बड़ा प्राइवेट फाइनैंशियल इंस्टीट्यूशन बनाने के बेहद करीब हैं। रिलायंस के फाइनैंशियल कारोबार का डिमर्जर अगले हफ्ते होने जा रहा है। हाल के दिनों में रिलायंस के शेयरों में तेजी देखी जा रही है। ऐसे में बाजार विश्लेषकों को उम्मीद है कि डिमर्जर के बाद जियो फाइनेंशियल सर्विसेज (JFSL) के शेयर रॉकेट की तेजी से ऊपर चढ़ सकते हैं।
रिलायंस ने वित्त वर्ष 2024 के लिए पहली तिमाही के नतीजों की घोषणा से ठीक एक दिन पहले 20 जुलाई 2023 को जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के डिमर्जर की रिकॉर्ड तिथि निर्धारित की है। इस डीमर्जर के बाद, RIL के लिए वैल्यू अनलॉकिंग होगी, जबकि इसका सारा फाइनैंशियल कारोबार जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (JFSL) के पास चला जाएगा, जिसके पास RIL में 6.1 फीसदी हिस्सेदारी है। डीमर्जर के बाद, जियो फाइनैंशियल सर्विसेज का मूल्यांकन लगभग 10,000 हजार करोड़ रुपये होगा।
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मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक, वैल्यू अनलॉकिंग के कारण पिछले सप्ताह NSE पर रिलायंस के शेयर की कीमत 2,802 रुपये के ताजा उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है और तेजी जारी रहने की उम्मीद है क्योंकि भारतीय शेयर बाजारों में लिस्ट होने के बाद जियो फाइनैंशियल सर्विसेज के शेयरों पर बाजार अत्यधिक उत्साहित है। चूंकि डीमर्जर के तहत निवेशकों को RIL के हर एक शेयर के बदले जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (JFSL) का एक शेयर दिया जाएगा। ऐसे में रिलायंस के शेयर खरीदना सबसे सस्ती दर पर जियो फाइनैंशियल सर्विसेज के शेयर हासिल करने का सबसे अच्छा तरीका है क्योंकि लिस्टिंग के बाद JFSL के शेयर की कीमत आसमान छू सकती है।