जेपी समूह का जयप्रकाश हाइड्रो पावर लिमिटेड ने घोषणा की है कि वह 2012 तक हाइड्रो विद्युत उत्पादन क्षमता को 5000 मेगावाट तक ले जाएगी।
इसी के तहत कंपनी अरुणाचल प्रदेश में लगभग 25 हजार करोड़ रुपये की लागत वाला 2000 मेगावाट का हाइड्रो संयंत्र लगाने वाली है। कंपनी के निदेशक इन-चार्ज, जे एन गौर का कहना है, ‘हमारा लक्ष्य 2012 तक उत्पादन क्षमता को 5 हजार मेगावाट तक पहुंचाना है।’
कंपनी का आठ यूनिटों (250 मेगावाट प्रति यूनिट) कुल 2 हजार मेगावाट परियोजना के लिए व्यवहार्यता अध्ययन पूरा हो चुका है। उम्मीद है कि 2016 तक यह इकाइयां पूर्ण रूप से शुरू हो जाएगी।कंपनी के प्रमुख सलाहकार (इंजीनियरिंग सेवाएं), डी जी कड़कड़े का कहना है, ‘यह थोड़ी मुश्किल परियोजना है, जिसे शुरू होने में 9 साल लग जाएंगे। इसकी उनमानित लागत में 5 प्रतिशत प्रसार लागत और 12 प्रतिशत की दर से निर्माण के दौरान ब्याज भी शामिल है।’
जयप्रकाश हाइड्रो पावर लिमिटेड के पास फिलहाल 700 मेगावाट की संस्थापित क्षमता है। कंपनी हिमाचल प्रदेश में लगभग 6 हजार करोड़ रुपये की लागत वाली उत्पादन इकाई लगा रही है, जो 2010 के मध्य में पूरी हो जाएगी। इसी के साथ कंपनी ने मेघालय में 1000 मेगावाट कुल क्षमता वाली दो विद्युत परियोजनाएं आवंटित की हैं और कुल मिलाकर 2012 तक कंपनी अपना लक्ष्य पूरा कर लेगी।