व्हाट्सऐप द्वारा अपनी गोपनीयता नीति एवं सेवा शर्तों में बदलाव की घोषणा के बाद प्रमुख भारतीय कंपनियों ने कर्मियों को व्हाट्सऐप के उपयोग पर सावधानी बरतने की सलाह दी है। दूसरी ओर, फेसबुक इंडिया ने उपयोगकर्ताओं के बीच फैले भ्रम, कि इन शर्तों को स्वीकार करने से उपयोगकर्ता अपने व्यक्तिगत डेटा से समझौता करेंगे, को दूर करने के लिए एक मजबूत प्रयास किया है।
हालांकि, इस संशय की स्थिति ने प्रतिद्वंद्वी मैसेजिंग ऐप सिग्नल को रविवार को देश में सबसे अधिक डाउनलोड किए जाने वाले संचार ऐप के रूप में शीर्ष स्थान दिला दिया। प्रतिद्वंद्वी ऐप टेलीग्राम एवं व्हाट्सऐप इससे काफी पीछे रह गए।
उदाहरण के लिए, टाटा स्टील ने एक ई-मेल एडवाइजरी भेजकर कर्मचारियों से व्हाट्सऐप पर कोई भी संवेदनशील जानकारी साझा नहीं करने और इस ऐप पर बिजनेस मीटिंग नहीं करने के लिए कहा है। कंपनी ने यह भी सुझाव दिया है कि वे आधिकारिक कम्युनिकेशन के लिए माइक्रोसॉफ्ट सर्विस और माइक्रोसॉफ्ट टीम्स का उपयोग करें। कंपनी ने यह भी कहा कि ऐसा व्हाट्सऐप द्वारा हाल ही में गोपनीयता नीति एवं सेवा शर्तों को अद्यतन करने की घोषणा के कारण किया जा रहा है। हालांकि टाटा स्टील के प्रवक्ता ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दिया।
एस्सार समूह में शीर्ष 150 अधिकारियों को आधिकारिक व्यवसाय का संचालन करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट टीम्स का उपयोग करने के लिए कहा गया है और शेष लोगों को भी इसे अपनाने की सलाह दी गई है। हालांकि कंपनी ने ऐसी कोई ऐडवाइजरी जारी नहीं की है लेकिन वह इस पर नजर बनाए हुए है। अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि वे उम्मीद कर रहे हैं कि सेवा की नई गोपनीयता शर्तों को वापस लिया जा सकता है।
यह विवाद तब सामने आया जब फेसबुक ने व्हाट्सऐप की सेवा शर्तों में बदलाव की घोषणा की और उपयोगकर्ताओं से नई सेवा शर्तों को अपनाने के लिए बाध्य किया। फेसबुक का कहना है कि वे फेसबुक और व्हाट्सऐप की सेवाओं को एकीकृत कर रहे हैं। उपयोगकर्ताओं के इस डर को सिरे से खारिज करते हुए व्हाट्सऐप इंडिया के प्रवक्ता ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि यह अपडेट फेसबुक के साथ व्हाट्सऐप की डेटा साझा करने की प्रक्रिया को नहीं बदलता है और न ही यह उपयोगकर्ताओं के दोस्तों या परिवार के साथ हुए निजी संवाद को प्रभावित करता है। व्हाट्सऐप लोगों की गोपनीयता की रक्षा के लिए पूरी तरीके से प्रतिबद्ध है।
नई शर्तों को अपनाने पर डेटा के साझा होने के सवालों पर प्रवक्ता ने कहा, ‘प्रियजनों को भेजे गए संदेश या किये गए कॉल की सुरक्षा करना हमारे मूल में है और यह एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन द्वारा पूरी तरह से सुरक्षित है और इसमें कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है। हम इन परिवर्तनों के बारे में व्हाट्सऐप के उपयोगकर्ताओं के साथ सीधे बातचीत कर रहे हैं ताकि उनके पास अगले महीने से लागू नई नीति की समीक्षा करने का समय हो।’
व्हाट्सऐप ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि ग्राहक नई शर्तों को स्वीकार नहीं करना चाहते, तब भी वे कॉल करने और प्राप्त करने में सक्षम होंगे, लेकिन वे संदेश पढऩे में सक्षम नहीं होंगे।
प्रवक्ता ने यह भी स्पष्ट किया कि जैसा कि अक्टूबर 2020 में घोषणा की गई थी कि व्हाट्सऐप लोगों के लिए खरीदारी करने के साथ-साथ बिजनेस सहायता को व्हाट्सऐप के माध्यम से आसान बनाना चाहता है। यह इंगित करता है कि जिस मैसेजिंग ऐप का उपयोग ज्यादातर लोग दोस्तों और परिवार के साथ चैट करने के लिए करते हैं, इस ऐप पर बिजनेस करने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है। व्हाट्सऐप पर 1.5 करोड़ बिजनेस प्रोफाइल वाले उपयोगकर्ता हैं। उन्होंने कहा, ‘पारदर्शिता बढ़ाने के लिए हमने गोपनीयता नीति को अद्यतन किया कि जिससे बिजनेस उपयोगकर्ता व्हाट्सऐप के माध्यम से अपने ग्राहकों के साथ अपने संवाद को प्रबंधित करने करने में मदद करने के लिए हमारी मुख्य कंपनी फेसबुक से सुरक्षित होस्टिंग सेवाएं प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि ये शर्तें सभी उपयोगकर्ताओं के लिए हैं, भले ही वे व्हाट्सऐप पर बिजनेस के साथ संदेश भेजना चाहते हैं या नहीं।’
फेसबुक एवं व्हाट्सऐप के एकीकरण की डर की स्थिति पर कंपनी ने कहा कि पारदर्शिता के लिए नीति में एरिया को स्पष्ट रूप से परिभाषित किया गया है। उदाहरण के लिए, व्हाट्सऐप पर चीजों को खरीदने या व्हाट्सऐप अकाउंट से जुड़कर अन्य फेसबुक कंपनी के उत्पादों पर दोस्तों के साथ चैट करने के लिए फेसबुक पे हमारे लिए एक माध्यम है। फिर भी टेस्ला के एलन मस्क द्वारा सभी को सिग्नल(यह एक गैर-लाभकारी संगठन द्वारा बनाया गया ऐप है) पर शिफ्ट करने के स्पष्ट आह्वान के बाद भारत में ऐप की रैंकिंग आश्चर्यजनक रूप से बढऩे लगी है। दुनिया भर में और भारत में डाउनलोड के आधार पर रैंकिंग को ट्रैक करने वाली अमेरिकी कंपनी टावरसेंसर के अनुसार, ‘सिग्नल ऐप 7 जनवरी तक भारत के शीर्ष 100 कम्युनिकेटिंग ऐप में भी शामिल नहीं था। हालांकि, फेसबुक द्वारा व्हाट्सऐप की नई गोपनीयता नीति की घोषणा के बाद, यह 8 जनवरी को 38 वें नंबर पर, और 9 जनवरी को पांचवें स्थान पर आ गया। रविवार को देर शाम तक हुए डाउनलोड के आधार पर रविवार को पहली बार यह टेलीग्राम एवं व्हाट्सऐप के आगे शीर्ष स्तर पर पहुंच गया।’
हालांकि इससे अन्य प्रतिद्वंद्वी ऐप को भी फायदा हुआ है। टेलीग्राम जो भारत में तेजी से लोकप्रिय हो रहा था, उसकी रैंकिंग 7 जनवरी के तीसरे स्थान से बढ़कर 9 जनवरी को पहले स्थान पर पहुंच गई। टावरसेंसर डेटा के आधार पर सिग्नल 10 वें स्थान पर आ गया। इसी अवधि में व्हाट्सऐप की स्थिति 7 जनवरी को पहले स्थान पर थी जो रविवार को गिरकर तीसरे स्थान पर पहुंच गई।