facebookmetapixel
अगस्त में खुदरा महंगाई मामूली बढ़कर 2.07 प्रतिशत हुई, ग्रामीण और शहरी इलाकों में कीमतों में हल्की बढ़ोतरी दर्जGST दरें घटने पर हर महीने कीमतों की रिपोर्ट लेगी सरकार, पता चलेगा कि ग्राहकों तक लाभ पहुंचा या नहींSEBI ने कहा: लिस्टेड कंपनियों को पारिवारिक करार का खुलासा करना होगा, यह पारदर्शिता के लिए जरूरीनई SME लिस्टिंग जारी, मगर कारोबारी गतिविधियां कम; BSE-NSE पर सौदों में गिरावटदुर्लभ खनिज मैग्नेट की कमी से जूझ रहा है भारतीय वाहन उद्योग, सरकार से अधिक सहयोग की मांगसरकारी बैंकों के बोर्ड को मिले ज्यादा अधिकार, RBI नियमन और सरकार की हिस्सेदारी कम हो: एक्सपर्ट्सGST Reforms का फायदा लूटने को तैयार ई-कॉमर्स कंपनियां, त्योहारों में बिक्री ₹1.20 लाख करोड़ तक पहुंचने का अनुमानFY26 में भारत का स्मार्टफोन निर्यात $35 अरब छूने की राह पर, इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण में तेजी: वैष्णवSEBI ने IPO और MPS नियमों में दी ढील, FPI रजिस्ट्रेशन के लिए सिंगल विंडो शुरू करने का ऐलानअधिक लागत वाली फर्मों को AI अपनाने से सबसे ज्यादा लाभ होगा

अधिक उड़ानों के लिए कुछ इंतजार और

Last Updated- December 05, 2022 | 5:22 PM IST

बेंगलुरु का नया हवाई अड्डा खुलने में देरी होने से 12 से अधिक एयरलाइनों की अतिरिक्त उड़ान शुरु करने की योजना पर असर पड़ सकता है। इनमें अंतरराष्ट्रीय, घरेलू और कॉर्गो एयरलाइनें शामिल हैं।


नया हवाई अड्डा शुरु होने के बावजूद पुराने हवाई अड्डे ने अतिरिक्त उड़ानों को अनुमति देने से इनकार कर दिया है। इसके लिए क्षमता की कमी को कारण बताया जा रहा है। बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (बीआईएएल) के एक अधिकारी का कहना है कि समर शेडयूल तय होने के बाद हवाई अड्डे के परिचालन में एक महीने की देरी से राजस्व में कमी होना तय है।


इससे एयर मॉरिशस, टाइगर एयरवेज, ओमान एयर, ड्रेगन एयर, थाई एयरवेज जैसी विदेशी विमानन कंपनियों के साथ-साथ किंगफिशर और सिंप्लीफाई डेक्कन जैसी घरेलू विमानन कंपनियां प्रभावित होंगी। इस परियोजना में लेटलतीफी की वजह से क्विक जेट और जेट18 जैसी कॉर्गो कंपनियों की विस्तार योजना भी प्रभावित होगी। व्यावसायिक परिचालन के लिए नए हवाई अड्डे में एक महीने की देरी से तकरीबन 100 घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लटकने की संभावना है।


बेंगलुरू के नये हवाई अड्डे का परिचालन 11 मई से शुरू होना था। ऐसे में जब अधिकतर विमानन कंपनियों का समर शेडयूल 1 अप्रैल से शुरू हो गया तो बेंगलुरु हवाई अड्डे का परिचालन तकरीबन एक महीन बाद ही शुरू हो पाएगा। इसका मतलब यह हुआ कि विमानन कंपनियों को समर शेडयूल में मौजूदा हवाई अड्डे का ही उपयोग करना होगा। अपनी क्षमताओं का हवाला देते हुए मौजूदा हवाई अड्डा किसी भी सूरत में नई उड़ानों को अनुमति नहीं दे रहा है।


इसका नतीजा यही निकलेगा कि कई विमानन कंपनियों को अपनी विस्तार योजनाओं को थोड़ा ब्रेक लगाना पड़ेगा या फिर नये हवाई अड्डे के बनने का इंतजार करना होगा।भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के एक अधिकारी का कहना है कि मौजूदा हवाई अड्डे की क्षमता की सीमाओं को ध्यान में रखते हुए हम नई उड़ानों को अनुमति देने की स्थिति में नहीं हैं। समर शेडयूल में भी उड़ानों की संख्या उतनी ही रहेगी जितनी कि विंटर शेडयूल में।


जबकि बेगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के एक अधिकारी ने इस बाबत कहा कि हवाई अड्डे का इसके चलते राजस्व का नुकसान तो होगा ही। नई उड़ानों में 30 फीसदी की बढोतरी होने जा रही थी जो अब थोड़े समय के लिए टल जाएगी। बाजार के एक जानकार का मानना है कि इसके टलने से घरेलू कंपनियों के बजाय अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों को ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा क्योंकि अपने वैश्विक नेटवर्क के चलते इन कंपनियों ने पहले से ही बुकिंग कर रखी थी।


नये हवाई अड्डे का रुख करने के बावजूद भी इन कंपनियों के लिए तुरंत ही यह संभव नहीं हो पाएगा कि ये उड़ानों की संख्या उस अनुपात में बढ़ा पाएं। यह तो तय है कि यह इन कंपनियों के समर शेडयूल को जरूर प्रभावित करेगा।चार अंतर्राष्ट्रीय विमानन कंपनियों  एयर मॉरिशस, टाइगर एयरवेज, ओमान एयरवेज और ड्रैगन एयर की बेंगलुरु के नये हवाई अड्डे से सीधी उड़ान संचालित करने की योजना है।


बीआईएएल के आंकड़ों के मुताबिक एमीरेट्स, थाई एयरवेज और मलेशियन एयरवेज जो पहले से ही बेंगलुरु से उड़ानें संचालित कर रही हैं। इन्होंने भी बेंगलुरु के नये हवाई अड्डे से और उड़ानें संचालित करने की अर्जी दे रखी है। कैथे पैसिफिक जो जो ड्रैगन एयर की मालिक है, के भारत में महाप्रबंधक टॉम राइट का कहना है कि ड्रैगन एयर 1 मई से हांगकांग और बंगलुरु के बीच सीधी उड़ान संचालित करने जा रही थी लेकिन अब इसको 24 मई तक टालना होगा।


उनका कहना है कि समस्याएं तो जरूर हैं लेकिन स्थिति से तालमेल तो बिठाना ही पड़ेगा।किंगफिशर और सिंप्लिफाइ डेक्कन जैसी घरेलू विमानन कंपनियों ने भी घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के लिए अर्जियां दे रखी थीं। घरेलू विमानन कंपनियों ने अपनी उड़ानों में 25 फीसदी अधिक उड़ानों का आवेदन किया है। अभी ये कंपनियां सप्ताह में 1084 उड़ानें संचालित करती हैं और ये 1355 उड़ानों की मांग कर रही हैं।


क्विकजेट और जेट18 जैसी कार्गो विमानन कंपनियां भी बेंगलुरु से उड़ान संचालित करने की सोच रही हैं। किंगफिशर एयरलाइंस के उपाध्यक्ष हितेश पटेल कहते हैं कि हमारी बेंगलुरु से सैन फ्रांसिस्को और हांगकांग की उड़ानों पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि इनको अगस्त से शुरू होना है।

First Published - March 30, 2008 | 11:05 PM IST

संबंधित पोस्ट