अगर आप से पूछा जाए कि मोबाइल फोन का सबसे ज्यादा इस्तेमाल देश कि किस शहर में होता है, तो तपाक से आप कहेंगे कि मुंबई या दिल्ली।
लेकिन नहीं जनाब, इस मामले में चेन्नई बाजी मार ले गया है। यदि शहर की कुल जनसंख्या में मोबाइल फोन इस्तेमाल करने वालों का प्रतिशत निकाला जाए, तो चेन्नई अव्वल नंबर होगा और उसके बाद मुंबई, दिल्ली तथा कोलकाता का नंबर आएगा।
सेल्युलर ऑपरेटरों के संघ (सीओएआई) से मिले आंकड़ों के मुताबिक चेन्नई में मोबाइल फोन इस्तेमाल करने का प्रतिशत 111 है यानी वहां की कुल आबादी के मुकाबले 11 फीसदी ज्यादा मोबाइल फोन इस्तेमाल होते हैं।
मुंबई में यह आंकड़ा 90 फीसदी है, जबकि दिल्ली में 83 और कोलकाता में मोबाइल फोन इस्तेमाल करने वालों का घनत्व महज 67 फीसदी है। ये आंकड़े फरवरी के महीने में कुल मोबाइल ग्राहकों की संख्या से निकाले गए हैं और इनमें जीएसएम तथा सीडीएमए दोनों शामिल हैं।
सीओएआई के महासचिव टी वी रामचंद्रन का इस मामले में कहना है, ‘शुरुआत में मोबाइल को लेकर चेन्नई में इतना खुला रवैया नहीं था। लेकिन पिछले कुछ सालों में शहर में मोबाइल ग्राहकों के आंकड़े में बेतहाशा तेजी आई है।’
इन आंकड़ों पर दूरसंचार कंपनियों का कहना है कि यह आंकड़े बेहद चनौतीपूर्ण हैं। खासकर उन नई कंपनियों के लिए जो इन शहरों में अपनी पैठ बनाना या बढ़ाना चाह रही हैं। एक आला दूरसंचार कंपनी के अधिकारी कहते हैं, ‘नई कंपनियों को इन शहरों में नये ग्राहक बनाने में बहुत मुश्किल आने जा रही है।’
चेन्नई में सबसे ज्यादा होता है सेलफोन का इस्तेमाल
चेन्नई में मोबाइल इस्तेमाल करने वालों का आंकड़ा आबादी का 111 फीसदी
इसके बाद आते हैं मुंबई, दिल्ली और कोलकाता
मोबाइल ऑपरेटरों की 25 फीसदी कमाई मेट्रो शहरों से