कोविड-19 महामारी के बीच डिजिटल तकनीक की मांग बढऩे से सालाना आधार पर सूचना-प्रौद्योगिकी (आईटी) उद्योग वित्त वर्ष 2020-21 में 2.3 प्रतिशत तेजी दर्ज करने की दिशा में बढ़ रहा है। हालांकि पिछले वर्ष के मुकाबले यह आंकड़ा कमजोर है जब 6 से 7 प्रतिशत वृद्धि दर्ज हुई थी। नैशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवयेर ऐंड सर्विसेस कंपनीज (नैसकॉम) ने अपनी रिपोर्ट ‘न्यू वल्र्ड: द फ्यूचर इज वर्चुअल’ में कहा कि डिजिटल माध्यम की तरफ झुकाव बढऩे और तकनीक पर अधिक जोर दिए जाने से आईटी उद्योग को खासी मदद मिली है।
नैसकॉम ने कहा है कि वित्त वर्ष 2021 में आईटी उद्योग 2.3 प्रतिशत तेजी के साथ 194 अरब डॉलर का राजस्व दर्ज कर सकता है। वित्त वर्ष 2020 में इस उद्योग का राजस्व 190 अरब डॉलर रहा था। वित्त वर्ष 2021 में सॉफ्टवेयर सेवाओं का निर्यात 150 अरब डॉलर तक पहुंच जाने की उम्मीद है। कैलेंडर वर्ष 2020 की शुरुआत आईटी उद्योग के लिए कठिन रही और इस क्षेत्र की कई कंपनियों पर विभिन्न कारोबारी दबाव थे, लेकिन इसे धता बताते हुए भारतीय आईटी सेवा खंड का कारोबार 2.7 प्रतिशत वृद्धि के साथ 99 अरब डॉलर तक पहुंच जाने की उम्मीद है। नैसकॉम ने कहा कि वित्त वर्ष 2021 की दूसरी छमाही में मजबूत सुधार के दम पर कुल सौदे 15 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। ई-कॉमर्स क्षेत्र का अहम योगदान रहा, जो 4.8 प्रतिशत तेजी के साथ 57 अरब डॉलर हो गया।
नैसकॉम की अध्यक्ष देवयानी घोष ने कहा, ‘वर्ष 2020 आईटी सहित सभी उद्योगों के लिए एक कठिन परीक्षा साबित हुई है। कई विश्लेषकों का मानना था कि भारतीय आईटी जगत कोविड-19 से पैदा हुए मुश्किलों से इतनी जल्दी बाहर नहीं निकल पाएगा। हालांकि हम न केवल इससे बाहर आने में सक्षम रहे हैं बल्कि अपने ग्राहकों का विश्वास बनाए रखने में भी सफल रहे हैं।’
अर्थव्यवस्था में शिथिलता के बावजूद भारतीय आईटी उद्योग नई भर्तियां कर रहा है और डिजिटल कौशल पर विशेष जोर दे रहा है। माना जा रहा है कि देश का तकनीकी उद्योग वित्त वर्ष 2020-21 में 1,38,000 से अधिक नई भर्तियां करेगा, जिससे वित्त वर्ष 2020-21 में कुल कर्मचारियों की तादाद बढ़कर 44.7 लाख हो जाएगी। डिजिटल माध्यम में निवेश लगातार जारी हैं। डिजिटल खंड की कंपनियां अपनी क्षमताएं बढ़ा रही हैं और कारोबारी ढांचे को डिजिटल माध्यम से जोड़ रही हैं।
आईटी खंड में 28-30 प्रतिशत राजस्व डिजिटल खंड से प्राप्त हुए हैं। नैसकॉम के अनुसार डार्डवेयर की मांग में तेजी के साथ भारतीय घरेलू बाजार चुनौतियों से मजबूती से लड़ा है और 2020-21 में 3.4 प्रतिशत दर से आगे बढ़ रहा है। इसके अनुसार भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में घरेलू आईटी उद्योग का हिस्सा 8 प्रतिशत हो गया है। इसके साथ ही देश से सेवाओं के कुल निर्यात में इसकी हिस्सेदारी बढ़कर 52 प्रतिशत हो गई है।
नैसकॉम के चेयरमैन यू बी प्रवीण राव ने कहा कि कोविड-19 के बाद कारोबारी ढांचे में बदलाव के साथ परिचालन और ग्राहक एवं कर्मचारियों के अनुभव में भी बदलाव आए हैं। राव ने कहा कि एक लंबे समय तक लोग एक दूसरे से संपर्क आए बिना ही कारोबार करेंगे। उन्होंने कहा कि नैसकॉम ने 2021 के लिए मुख्य कार्याधिकारियों से उनकी राय पूछी तो लगभग 70 प्रतिशत ने कहा कि पिछले वर्ष के मुकाबले वैश्विक स्तर पर तकनीक में अधिक निवेश होगा।