facebookmetapixel
सुप्रीम कोर्ट ने कहा: बिहार में मतदाता सूची SIR में आधार को 12वें दस्तावेज के रूप में करें शामिलउत्तर प्रदेश में पहली बार ट्रांसमिशन चार्ज प्रति मेगावॉट/माह तय, ओपन एक्सेस उपभोक्ता को 26 पैसे/यूनिट देंगेबिज़नेस स्टैंडर्ड के साथ इंटरव्यू में बोले CM विष्णु देव साय: नई औद्योगिक नीति बदल रही छत्तीसगढ़ की तस्वीर22 सितंबर से नई GST दर लागू होने के बाद कम प्रीमियम में जीवन और स्वास्थ्य बीमा खरीदना होगा आसानNepal Protests: सोशल मीडिया प्रतिबंध के खिलाफ नेपाल में भारी बवाल, 14 की मौत; गृह मंत्री ने छोड़ा पदBond Yield: बैंकों ने RBI से सरकारी बॉन्ड नीलामी मार्च तक बढ़ाने की मांग कीGST दरों में कटौती लागू करने पर मंथन, इंटर-मिनिस्ट्रियल मीटिंग में ITC और इनवर्टेड ड्यूटी पर चर्चाGST दरों में बदलाव से ऐमजॉन को ग्रेट इंडियन फेस्टिवल सेल में बंपर बिक्री की उम्मीदNDA सांसदों से PM मोदी का आह्वान: सांसद स्वदेशी मेले आयोजित करें, ‘मेड इन इंडिया’ को जन आंदोलन बनाएंBRICS शिखर सम्मेलन में बोले जयशंकर: व्यापार बाधाएं हटें, आर्थिक प्रणाली हो निष्पक्ष; पारदर्शी नीति जरूरी

आईपीटीवी को मिल गई मंजूरी

Last Updated- December 07, 2022 | 6:04 PM IST

सरकार ने मौजूदा चैनल डाउन लिंकिंग दिशा-निर्देशों में बदलाव को मंजूरी दे दी, ताकि प्रसारक, इंटरनेट प्रोटोकॉल टीवी (आईपीटीवी) के लिए दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को कंटेंट मुहैया करा सकें।


इससे आईपीटीवी कंपनियों के लिए संस्थागत नीति का ढांचा सुनिश्चित होगा और इस सेवा के व्यावसायिक स्वरूप का रास्ता साफ होगा। ट्राई ने इस बाबात कुछ महीने पहले ही सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को अपनी सिफारिश भेजी थी, जिसे स्वीकार कर लिया गया है।

सरकारी कंपनियां एमटीएनएल और बीएसएनएल समेत निजी क्षेत्र की भारती एयरटेल और आरकॉम आईपीटीवी सेवा लाने की योजना बना रही हैं। एमटीएनएल और बीएसएनएल ने पहले ही इस सेवा को शुरू कर दिया है। आईपीटीवी एक केबल टीवी प्रसारण मंच है, जिसका उपयोग उच्च गति के इंटरनेट कनेक्शन के लिए किया जाता है। इससे पहले प्रसारकों को सिर्फ केबल और डीटीएच के जरिए फीड बांटने की अनुमति थी।

First Published - August 21, 2008 | 11:54 PM IST

संबंधित पोस्ट