गूगल क्लाउड इंडिया में साझेदारों और गठजोड़ों के प्रमुख के रूप में अमिताभ जैकब की भूमिका देश भर में तकनीकी दिग्गजों द्वारा क्लाउड तकनीक अपनाने के लिए रणनीतिक भागीदारों के साथ सहयोग करना है। जैकब को लग रहा है कि भारत में उद्यमों के बीच उनके डिजिटल रूपांतरण पर जोर देने से क्लाउड कंप्यूटिंग की मांग तेजी से बढ़ रही है। इससे उन्हें वैश्विक महामारी कोविड-19 द्वारा उत्पन्न चुनौतियों का समाधान करने में मदद मिल रही है। कंपनी को अपने उन क्लाउड कंप्यूटिंग उत्पादों और सेवाओं में बड़ी उछाल नजर आ रही जिनसे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, ऑनलाइन गेमिंग और स्ट्रीमिंग टेलीविजन को मजबूती मिलती है। जैकब ने एक साक्षाप्कार में कहा कि कोविड दुनिया द्वारा कभी भी देखा जाने वाला सबसे अच्छा मुख्य डिजिटल अधिकारी है। उनका कहना है कि अगर आप क्लाउड अपनाने और डिजिटल रूपांतरण को किसी विषय के रूप में देखते हैं, तो इसने (कोविड ने) हमें कम से कम कुछ साल (आगे) उछाल दिया है। इसलिए आज इस क्षेत्र में जो चीजें हो रही हैं, वे कोविड के कारण अपने समय से संभवत: दो साल आगे की हैं।
एमेजॉन वेब सर्विसेज (एडब्ल्यूएस) में साझेदारों और गठजोड़ों के पूर्व प्रमुख जैकब पिछले साल गूगल में आए थी। उन्होंने कहा कि भारत में संगठन इस महामारी से बचने तथा अपने राजस्व और आय में सुधार करने के लिए क्लाउड कंप्यूटिंग अपना रहे हैं। वे लागत कम करने और अपने ग्राहकों को बेहतर ढंग से समझने पर भी ध्यान दे रहे हैं।
क्लाउड कंप्यूटिंग सेवाओं पर काबिज होने के लिए गूगल एमेजॉन वेब सर्विसेज, माइक्रोसॉफ्ट और अलीबाबा जैसी वैश्विक प्रतिस्पद्र्धियों के साथ प्रतिस्पद्र्धा करती है। भारत में इसकी नजरें बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और बीमा (बीएफएसआई), विनिर्माण, स्वास्थ्य सेवा, सार्वजनिक क्षेत्र, मीडिया व मनोरंजन, दूरसंचार और खुदरा जैसे क्षेत्रों पर टिकी हुई हैं। पिछले छह महीने के दौरान गूगल को सूचना प्रौद्योगिकी दिग्गज विप्रो और ट्रैवल कंपनी क्लियरट्रिप जैसे कई नए ग्राहक मिले हैं। इनमें भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) भी शामिल है। भारत में सभी खुदरा भुगतान इसके दायरे में आते हैं। इसने अपने कर्मचारियों से जुड़े रहने और दूर से सहयोग में मदद के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग प्लेटफॉर्म गूगल मीट को चुना है। जैकब ने कहा कि एक अन्य हालिया ग्राहक शेयरचैट ने अपना बुनियादी ढांचा पूरी तरह से गूगल क्लाउड पर स्थानांतरित कर दिया है। उसका यह कदम भारत के इस सबसे बड़े क्षेत्रीय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को अपने कारोबार में इजाफा करने, दक्षता में सुधार करने, लागत में कमी करने तथा 15 विभिन्न भारतीय भाषाओं में मासिक रूप से छह करोड़ से भी अधिक सक्रिय उपयोगकर्ताओं को सेवा देने वाली ऐप के संपूर्ण प्रदर्शन को बढ़ाने में सक्षम बनाता है।