facebookmetapixel
अधिक लागत वाली फर्मों को AI अपनाने से सबसे ज्यादा लाभ होगाEditorial: संकट के मुहाने पर नेपाल – सत्तारूढ़ अभिजात वर्ग का जनता से तालमेल बिगड़ानेपाल में राजनीतिक उथलपुथल: भ्रष्टाचार के खिलाफ जेनजी आंदोलन ने सत्ता को हिला डालासुनहरे भविष्य की ओर भारत-जापान मित्रता की ‘बुलेट ट्रेन’, 10 लाख करोड़ येन के निवेश से मिलेगी नई उड़ानभारत-यूरोपीय संघ ने FTA और रक्षा क्षेत्र पर वार्ता तेज की, साल के अंत तक समझौते पर जोरADR के सह-संस्थापक और चुनाव सुधारों के पैरोकार प्रोफेसर जगदीप छोकर का 80 वर्ष की उम्र में निधननेपाल में पहली बार इंटरनेट हुआ बंद, सोशल मीडिया रोक और आर्थिक संकट से उभरा देशव्यापी आंदोलननेपाल की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की बनीं अंतरिम प्रधानमंत्री, हिंसक प्रदर्शनों के बीच संभाली कमानपूर्वी राज्यों को PM मोदी का तोहफा! 13 से 15 सितंबर के बीच ₹71,850 करोड़ की योजनाओं का करेंगे उद्घाटनSushila Karki होंगी नेपाल की नई अंतरिम प्रधानमंत्री, आज रात 9 बजे लेंगी शपथ; राष्ट्रपति कार्यालय ने किया ऐलान

खामी सुधारो वरना बंद करो ब्लैकबेरी

Last Updated- December 05, 2022 | 5:01 PM IST

ब्लैकबेरी सेवा के उपयोग में सुरक्षा खामियों के कारण जांच के दायरे में आने मद्देनजर सरकार ने दूरसंचार कंपनियों को चेतावनी दी है कि वे 15 दिनों के अंदर जरूरी सुरक्षा प्रणाली का लागू करें या फिर सेवा बंद कर दें।


दूरसंचार विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि संबंधित सेवा प्रदाताओं को कनाडा के ब्लैकबेरी लाइसेंसर रीसर्च इन मोशन (रिम) के अधिकारियों से बातचीत करें, ताकि देश में पूरी तौर पर सुरक्षित सेवा प्रदान की जा सके। गौरतलब है कि यदि यह सेवा बंद की जाती है तो ब्लैकबेरी के चार लाख से ज्यादा उपभोक्ता इस सेवा से वंचित हो जाएंगे, जिसके जरिए ई-मेल का उपयोग एसएमएस की तरह किया जा सकता है।


हालांकि दूरसंचार सचिव ने हाल ही में कहा था कि सरकार इस मामले को सुलझाना चाहती है।उधर, संपर्क करने पर ब्लैकबेरी सेवा के लाइसेंसर रिम के प्रवक्ता ने पीटीआई से कहा कि विश्व भर के 130 देशों में रिम संचालन करती है और वहां की सरकारों की नियामक जरूरतों का आदर करती है। रिम किसी भी देश के गोपनीय नियामक मामलों या अटकलों पर टिप्पणी नहीं करती है।


दूरसंचार मंत्री ए. राजा ने यह भी कहा था कि देश की सुरक्षा सबसे बड़ी चिंता है और किसी भी कीमत पर इसकी कुर्बानी नहीं दी जा सकती।


भारत दूसरा बड़ा वायरलेस नेटवर्क


दूरसंचार नियामक  ट्राई ने कहा कि भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा वायरलेस नेटवर्क बन जाएगा, जिसके ग्राहकों की संख्या अप्रैल तक 30 करोड़ हो जाएगी। भारत के वायरलेस ग्राहकों की संख्या अमेरिका से ज्यादा हो जाएगी और देश विश्व का दूसरा सबसे बड़ा वायरलेस नेटवर्क बन जाएगा। चीन विश्व का सबसे बड़ा वायरलेस नेटवर्क है।

First Published - March 25, 2008 | 12:33 AM IST

संबंधित पोस्ट