चीन की बहुराष्ट्रीय तकनीकी कंपनी हुआवे टेक्नोलॉजीज के संस्थापक रेन जेंगफेई की वैश्विक महत्त्वाकांक्षाओं का अंदाजा दक्षिणी चीन में कंपनी के एक नए परिसर की इमारतों को देख पर लगाया जा सकता है जहां की इमारतें यूरोपीय शहरों की इमारतों की नकल हैं।
शॉर्ट वीडियो ऐप टिकटॉक की परिचालक कंपनी बाइटडांस के संस्थापक जैंग यिमिंग ने अपने पेइचिंग के मुख्यालय पर कई पोस्टर लगवाएं हैं जिनमें गूगल के पूर्व सीईओ एरिक श्मिट की किताब, ‘हाउ गूगल वक्र्स’ का कवर भी शामिल है और उन्होंने कहा है कि वह एक ऐसी वैश्विक कंपनी बनाएंगे जो अमेरिका की दिग्गज तकनीकी कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकेगी।
अमेरिका के तकनीकी प्रभुत्व को चुनौती देने के लिए चीन की महत्त्वाकांक्षाओं का सबसे बेहतर तरीके से मिसाल देने वाली इन दो कंपनियों के लिए गतिरोध जैसी स्थिति बनी है क्योंकि चीन के तनावपूर्ण संबंध अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन सहित कई देशों से बन रहे हैं।
दुनिया में अपनी तकनीक से दबदबा रखने वाली चीन की कंपनियों में ड्रोन निर्माता डीजेआई, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी मेगवी, सेंसटाइम और आईफ्लाइटेक, सर्विलांस कैमरा वेंडर हिकविजन और ई-कॉमर्स समूह अलीबाबा ग्रुप भी शामिल हैं जिन्हें अपना बाजार खोना पड़ रहा है। छोटी कंपनियों को भी दोबारा विचार करने के लिए बाध्य होना पड़ रहा है।
अमेरिका और भारत में काम कर रहे चीन के एक स्टार्टअप के संस्थापक कहते हैं, ‘अब हम जो अनुभव कर रहे है वह अभूतपूर्व है।’ अब वह अपना कारोबार समेटने पर विचार कर रहे हैं।
भारत के साथ भी चीन का सीमा विवाद जारी है और कथित तौर पर चीनी तथा भारतीय सेना के बीच हुई झड़प के बाद सरकार ने चीन के 59 ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया।
अब चीन की दिग्गज तकनीकी कंपनियों के अनुबंध रद्द किए जा रहे हैं, उत्पादों पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है और निवेश में बाधाएं दिखने के साथ ही कई तरह के प्रतिबंध भी लगाए जा रहे हैं।
बाइटडांस को टिकटॉक बेचने के लिए मजबूर किया जा सकता है। भारत ने इस शॉर्ट वीडियो ऐप पर प्रतिबंध लगाया है और विश्लेषकों का कहना है कि यह वैश्विक उत्पाद कम से कम 20 अरब डॉलर का है।
अलीबाबा समूह ने यूसी वेब की सहायक कंपनी के कर्मचारियों की छंटनी कर रहा है क्योंकि सरकार ने इसके लोकप्रिय मोबाइल वेब ब्राउजर पर प्रतिबंध लगा दिया। डीजेआई ने आईपीओ की योजना को फिलहाल ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
