facebookmetapixel
Stocks To Buy: खरीद लो ये 2 Jewellery Stock! ब्रोकरेज का दावा, मिल सकता है 45% तक मुनाफाEPF नियमों पर दिल्ली हाईकोर्ट का बड़ा फैसला: विदेशी कर्मचारियों को भी देना होगा योगदानSectoral ETFs: हाई रिटर्न का मौका, लेकिन टाइमिंग और जोखिम की समझ जरूरीED-IBBI ने घर खरीदारों और बैंकों को राहत देने के लिए नए नियम लागू किएकमजोर बिक्री के बावजूद महंगे हुए मकान, तीसरी तिमाही में 7 से 19 फीसदी बढ़ी मकान की कीमतमुंबई में बिग बी की बड़ी डील – दो फ्लैट्स बिके करोड़ों में, खरीदार कौन हैं?PM Kisan 21st Installment: किसानों के खातें में ₹2,000 की अगली किस्त कब आएगी? चेक करें नया अपडेटनतीजों के बाद दिग्गज Telecom Stock पर ब्रोकरेज बुलिश, कहा- खरीदकर रख लें, ₹2,259 तक जाएगा भावTata Steel के तिमाही नतीजों की तारीख घोषित! जानिए कब खुलेंगे कंपनी के मुनाफे के आंकड़ेटाटा मोटर्स की अहम बैठक 14 नवंबर को, सितंबर तिमाही के नतीजों पर होगी चर्चा

भारतीयों के लिए अमेरिकी वीजा में भारी बढ़ोतरी

Last Updated- December 07, 2022 | 3:40 AM IST

अब भारतीयों को अमेरिका की यात्रा करने में सहूलियत हो जाएगी। दरअसल, अमेरिका जाने वालों के लिए वीजा में 80 प्रतिशत का इजाफा किया जा रहा है।


इस बात की जानकारी कंसल्टेंट निदेशक माइकल एस ओवेने ने मुंबई में दी। पिछले साल कुल 2.26 लाख वीजा जारी किए गए थे जो पिछले साल की 1.25 लाख के मुकाबले कही ज्यादा थी।

इंडो-अमेरिकन चैंबर्स द्वारा आयोजित लिंकन मेमोरियल लेक्चर के मौके पर ओवेन ने कहा कि सरकार से सरकार की नजदीकियों से ज्यादा मायने लोगों से लोगों की नजदीकियां है। उन्होंने कहा कि शीत युद्ध के बाद भारत और अमेरिका एक-दूसरे के काफी करीब आए हैं।

उनका मानना है कि बिल क्लिंटन की भारत यात्रा दोनों देशों को करीब लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मोड़ था। यहां तक कि क्लिंटन का मानना था कि आनेवाले वर्षों में भारत विश्व की प्रमुख शक्तियों में शुमार होने की काबिलियत रखता है। भारत-अमेरिकी परमाणु समझौते के अलावा भी बहुत सारे ऐसे मुद्दे हैं जिसकी वजह से दोनों देशों के रिश्तों में सुधार आया है। दोनों देश कृषि के ज्ञान के आदान-प्रदान, अंतरिक्ष सहयोग कार्यक्रम और सैन्य सहयोग में एक-दूसरे की मदद कर रहे हैं।

कनाडा से भी अपील

भारत ने कनाडा से आग्रह किया है कि वे भारतीय छात्रों के लिए वीजा की शर्तों को थोडा लचीला करे। भारत ने कहा कि आक्रामक रणनीति को बढावा देने के लिए शिक्षा, रोजगार और अप्रवास को स्वीकार करना होगा और इस बावत छात्रों की आवाजाही के लिए शर्तों को आसान बनाना होगा।

First Published - June 3, 2008 | 11:33 PM IST

संबंधित पोस्ट