ब्रांडेड पारंपरिक आउटलेटों का नेटवर्क ऐपल स्टोर अब भारत में आईफोन विनिर्माता के लिए बाजार उपस्थिति बढ़ाने के लिए अगला बड़ा कदम उठाएगा। ऐपल के वैश्विक मुख्य कार्याधिकारी टिम कुक का कहना है कि 2020 के अंत में स्थानीय बाजार में शानदार बिक्री दर्ज करने के बाद अब कंपनी आगामी विस्तार की राह पर तेजी से बढ़ रही है।
दुनिया के दूसरे सबसे बड़े स्मार्टफोन बाजार में अपना व्यवसाय बढ़ाने के लिए रीफर्बिश्ड आईफोन पर ध्यान देने वाला यह ब्रांड अब भारत में बड़ी बाजार भागीदारी हासिल करने के लिए बहुआयामी दृष्टिकोण पर जोर दे रहा है। 2019 के अंत में अपनी नई बाजार रणनीति अपनाने के बाद से ऐपल ने अपने परिचालन तथा बाजार उपस्थिति में बड़ा सुधार दर्ज किया है। त्योहारी सीजन में अपने इंडिया ऑनलाइन स्टोर की सफल पेशकश ने भी उसकी ताजा सफलता में अहम योगदान दिया है।
कुक ने कहा, ‘मैंने कई बाजारों पर ध्यान दिया है जिनमें से भारत एक है, और यहां हमारी भागीदारी अभी काफी कम है। इसमें एक साल पहले की तिमाही से सुधार आया है, हमारा व्यवसाय इस अवधि में करीब दोगुना हुआ है। इसलिए हम यहां प्रगति को लेकर बेहद अच्छी स्थिति में हैं। हमने पिछली तिमाही में ऑनलाइन स्टोर पर ध्यान केंद्रित किया।’
हालांकि कुक ने अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के लिए ऐपल के बिक्री संबंधित आंकड़े के बारे में नहीं बताया, लेकिन विश्लेषक फर्म काउंटरपॉइंट रिसर्च का मानना है कि ऐपल ने इस अवधि के दौरान करीब 15 लाख आईफोन की डिलिवरी की, जो पूर्ववर्ती वर्ष की समान तिमाही के मुकाबले 100 प्रतिशत ज्यादा है। साइबरमीडिया रिसर्च ने कहा है कि स्मार्टफोन बाजार में ऐपल की भागीदारी दिसंबर तिमाही में दोगुनी बढ़कर चार प्रतिशत हो गई।
आईफोन 11 और आईफोन एक्सआर जैसे नए मॉडलों के लिए कीमत कटौतीऔर सस्ते आईफोन एसई मॉडलों के जरिये ऐपल ने प्रीमियम सेगमेंट (35,000 रुपये से ऊपर) में दबदबा बनाया है। आईडीसी के अनुसार, दिसंबर तिमाही के दौरान प्रमुख 50 भारतीय शहरों में से 49 में ऐपल बाजार दिग्गज रही।
कुक ने कहा, ‘हम भविष्य में रिटेल स्टोरों पर ध्यान देंगे और इसलिए यह एक अन्य बड़ी पहल होगी।’ सूत्रों के अनुसार, कंपनी का पहला स्टोर मुंबई में तैयार हो रहा है और उसके बाद बेंगलूरु तथा दिल्ली में इनकी शुरुआत की जाएगी। सितंबर के अंत में अपना इंडिया ऑनलाइन स्टोर और अक्टूबर में नया आईफोन पेश किए जाने से पहले ऐपल की बिक्री में अच्छा इजाफा दर्ज किया गया। जुलाई-सितंबर की अवधि में करीब 800,000 आईफोन की बिक्री हुई थी, जो उस समय तक एक तिमाही के लिए सर्वाधिक आंकड़ा था। आईफोन और मैकबुक की शानदार बिक्री से कंपनी को राजस्व बढ़ाने में मदद मिली।