दुनिया की सबसे सस्ती कार यानी नैनो उतार कर दुनियाभर को हैरत में डालना और अपनी प्रतिद्वंद्वी कंपनियों को चारों खाने चित करना।
यह तो रतन टाटा के बूते की ही बात थी, वह बखूबी साबित कर चुके हैं। मगर अभी भी न तो उनके तरकश के तीर चुके हैं और न ही उनके लिए निशाने खत्म हुए हैं। लिहाजा टाटा ने तय किया है कि नैनो की कीमतों को इतना कम कर दिया जाए कि प्रतिद्वंद्वी कंपनियां लाख मशक्कत कर लें तो भी नैनो के आस-पास भी न फटक पाएं।
जाहिर है, करोड़ों लोगों की बेकरारी का सबब बन चुकी नैनो अगर और सस्ती हुई तो उनके दिलों पर राज करने के लिए टाटा को चुनौती दे पाना शायद किसी के लिए भी असंभव हो जाएगा।
बहरहाल, टाटा मोटर्स नैनो की कीमत कम करने के लिए इसे बनाने के दौरान ही ऐसी जुगत बिठाने की कवायद में जुट गई है, जिससे पेशकश के समय प्रस्तावित कीमत में भी कमी हो सके। कंपनी ने बाकायदा इसके लिए पेशेवरों की एक स्पेशल टीम भी बना ली है। यह टीम कार की उत्पादन लागत को कम करने की हाड़-तोड़ कोशिशें करेगी।
इसी साल जनवरी महीने में जब नैनो से परदा उठाया गया था तो टाटा मोटर्स ने घोषणा की थी कि नैनो की कीमत एक लाख रुपये (ढुलाई मूल्य और मूल्य संवर्धित कर को छोड़कर) होगी। लिहाजा लोगों के हाथों तक यह कार जब पहुंचेगी तो इसकी कीमत 1.3 लाख रुपये होगी। यानी घोषित एक लाख रुपये से कहीं ज्यादा में नैनो उनकी संपत्ति बन पाएगी।
टाटा मोटर्स के एमडी रवि कांत ने बताया,”हम उन तरीकों को ढूंढने में लगे हैं, जिससे कार (नैनो) की कीमत में कमी लाई जा जा सके। लिहाजा इस काम के लिए हमने पुणे में एक खास टीम की व्यवस्था की है।” हालांकि कांत यह बताने से कतरा रहे हैं कि इस मशक्कत के जरिए वास्तव में नैनो के प्रस्तावित मूल्य में कितनी कटौती की जाएगी।
विश्लेषकों का मानना है कि मूल्यों में कटौती या तो कार के पाट्र्स मुहैया कराने वाले सप्लायर्स से कीमत को लेकर बेहतर मोल-तोल के तहत की जाएगी या फिर कार की बुनियादी बनावट की सूक्ष्म तरीके से दोबारा इंजीनियरिंग करने से होगी। गैर-अधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक,”नैनो के चाहने वाले लाखों ग्राहक लागतार कंपनी की विभिन्न स्टोर पर कार बारे में जानकारी प्राप्त कर रहे हैं।
यही नहीं खासतौर पर नैनो के लिए टाटा मोटर्स द्वारा लांच की गई वेबसाइट पर भी लोग उत्सुकता से कार के बारे में जानकारी ले रहे हैं।” कांत ने यह भी बताया,”नैनो के बारे में जानने वाले लोगों के इंटरनेट से हमें लाखों मेल भी मिले हैं। अब तक इसको लेकर हुई प्रतिक्रिया हैरतअंगेज है।”
नैनो इसी साल के अक्टूबर महीने से मार्केट में आ जाएगी। हालांकि टाटा मोटर्स आने वाले तीन महीने में कार की बुकिंग करने के लिए मन बना रही है। इसकी जबरदस्त मांग की वजह से इसे बनाने में आउटसोर्सिंग के लिए कंपनियों को आमंत्रित किया जा चुका है।
छोटी कार का बड़ा बाजार
कीमत दायरा- 1.30 लाख से 5.5 लाख रुपए
कौन-कौन से हैं खिलाड़ी- मारुति, जनरल मोटर्स, टाटा, फिएट, ह्यूंदै, ओपल
कौन-कौन से हैं मॉडल- मारुति-800, आल्टो, स्पार्क, जेन, इंडिका, पालियो, सैंट्रो, वैगन आर, गेट्ज, कोरसा
कौन-कौन हैं भावी खिलाड़ी- नैनो, जनरल मोटर्स (स्पार्क के अलावा दूसरी कार), फोर्ड, रेनो निशान, बजाज, ह्यूंदै (नैनो की टक्कर के लिए नई कार)