वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में IT सेवा कंपनी पर्सिस्टेंट सिस्टम्स (Persistent Systems) का शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 25.1 प्रतिशत तक बढ़कर 151.5 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंपनी को मार्च तिमाही में मुख्य सेगमेंटों में शानदार वृद्धि की वजह से मदद मिली।
कंपनी द्वारा नियामक को भेजी जानकारी में कहा गया है कि तिमाही में राजस्व 37.6 प्रतिशत बढ़कर 2,254.4 करोड़ रुपये रहा। यह ब्लूमबर्ग के 2,253.9 करोड़ रुपये के अनुमान के अनुरूप है, लेकिन शुद्ध लाभ 268.8 करोड़ रुपये के अनुमान की तुलना में कुछ कम रहा। कंपनी का राजस्व तिमाही आधार पर 3.8 प्रतिशत बढ़ा।
सॉफ्टवेयर, हाई टेक्नोलॉजी, और उभरते उद्योगों से राजस्व चौथी तिमाही में 48.5 प्रतिशत बढ़ गया। बैंकिंग, वित्तीय सेवा एवं बीमा (BFSI) राजस्व 26 प्रतिशत बढ़ा और इस पर अमेरिका तथा यूरोप में बैंकिंग संकट का प्रभाव दिखा। कंपनी के लिए अन्य प्रमुख सेगमेंट हेल्थकेयर ऐंड लाइफ साइंस में सालाना आधार पर 20.1 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
31 मार्च, 2023 को समाप्त तिमाही में ऑर्डर बुकिंग कुल अनुबंध वैल्यू (TCV) में 42.16 करोड़ डॉलर और सालाना अनुबंध वैल्यू (ACV) संदर्भ में 31.04 करोड़ डॉलर पर दर्ज की गई। तिमाही में एबिटा मार्जिन 15.37 प्रतिशत पर सपाट बना रहा।
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पुणे की इस कंपनी ने वित्त वर्ष 2023 में 921 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया, जो पूर्ववर्ती वर्ष के 690.3 करोड़ रुपये की तुलना में 33.4 प्रतिशत की वृद्धि है। सालाना राजस्व 46.2 फीसदी बढ़कर 8,350.6 करोड़ रुपये हो गया जो वित्त वर्ष 2022 में 5,710.7 करोड़ रुपये था। कॉन्स्टेंट करेंसी (CC) संदर्भ में, कंपनी का सालाना रालस्व पहली बार 1 अरब डॉलर के पार पहुंचा।
पर्सिस्टेंट के मुख्य कार्याधिकारी एवं कार्यकारी निदेशक संदीप कालरा ने कहा, ‘वित्त वर्ष 2023 पर्सिस्टेंट के लिए शानदार रहा, क्योंकि हमने कई प्रमुख सफलताएं हासिल कीं। इनमें 1 अरब डॉलर का सालाना राजस्व और NSE के तीन मुख्य सूचकांकों में कंपनी के शामिल होने जैसी सफलताएं मुख्य रूप से शामिल थीं।’