Ireda Q4 FY25 results: भारतीय रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (IREDA) ने अपने ताजा वित्तीय नतीजों के साथ एक बार फिर सुर्खियां बटोरी हैं। कंपनी ने मार्च 2025 को खत्म हुए तिमाही में 49 फीसदी की शानदार बढ़त के साथ 502 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है। यह खबर न केवल कंपनी के लिए, बल्कि भारत के रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर के लिए भी उत्साहजनक है। IREDA के प्रमुख प्रदीप कुमार दास ने इसे कंपनी की रणनीतिक सोच और मेहनत का नतीजा बताया।
कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि जनवरी से मार्च 2025 के बीच उसकी आमदनी 37 फीसदी बढ़कर 1,904 करोड़ रुपये हो गई। पूरे वित्तीय वर्ष 2024-25 की बात करें तो IREDA ने अब तक का सबसे ज्यादा मुनाफा हासिल किया। इस साल कंपनी का मुनाफा 36 फीसदी बढ़कर 1,699 करोड़ रुपये रहा, जबकि कुल आमदनी भी 36 फीसदी की उछाल के साथ 6,742 करोड़ रुपये तक पहुंच गई।
IREDA की ताकत उसकी वित्तीय मजबूती में भी दिखती है। मार्च 2025 तक कंपनी की नेटवर्थ 20 फीसदी बढ़कर 10,266 करोड़ रुपये हो गई। इसके अलावा, कंपनी का लोन बुक भी 20 फीसदी की बढ़त के साथ 76,282 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। यह आंकड़ा दर्शाता है कि IREDA रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स को फंडिंग देने में कितनी सक्रियता से काम कर रही है।
प्रदीप कुमार दास ने कहा, “हमारा लक्ष्य भारत को हरी ऊर्जा की दिशा में आत्मनिर्भर बनाना है। इसके लिए हम नए और इनोवेटिव तरीकों से फंडिंग और साझेदारी कर रहे हैं।” कंपनी न केवल सौर और पवन ऊर्जा जैसे प्रोजेक्ट्स को सपोर्ट करती है, बल्कि एनर्जी एफिशिएंसी और संरक्षण से जुड़े कामों को भी बढ़ावा देती है।
हालांकि, IREDA के शेयर बाजार का प्रदर्शन मिला-जुला रहा है। पिछले कुछ हफ्तों में इसके शेयरों में 3 फीसदी की गिरावट देखी गई। पिछले छह महीनों में शेयर 31 फीसदी और इस साल की शुरुआत से 30 फीसदी नीचे आ चुके हैं। फिर भी, कंपनी का शेयर अपने 52 हफ्तों के सबसे निचले स्तर 137.01 रुपये से 25 फीसदी ऊपर कारोबार कर रहा है। इसका 52 हफ्तों का उच्चतम स्तर 310 रुपये था, लेकिन मौजूदा कीमत उससे 44 फीसदी कम है।