रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) ने अपनी सहायक डिजिटल सेवा कंपनी जियो प्लेटफॉम्र्स में 0.39 फीसदी हिस्सा इंटेल कैपिटल को 1,894.50 करोड़ रुपये में बेचने की आज घोषणा की। धन जुटाने की यह ताजा खबर आने से कुछ समय पहले ही आरआईएल ने घोषणा की थी कि वह मार्च 2021 के लक्ष्य से पहले ही कर मुक्त हो गई है। रिलायंस पर 31 मार्च 2020 को 1.61 लाख करोड़ रुपये का शुद्ध कर्ज था। इंटेल कैपिटल दुनिया की सबसे बड़ी सेमिकंडक्टर विनिर्माता इंटेल की सहायक है। इंटेल कैपिटल अब सॉविरन फंडों एवं निजी इक्विटी कंपनियों सहित उन अन्य 11 निवेशकों में शामिल हो गई है, जिनकी सामूहिक रूप से जियो प्लेटफॉर्म में 25.09 फीसदी हिस्सेदारी है।
जियो प्लेटफॉम्र्स ने पिछले दो महीनों में हिस्सेदारी बेचकर 1.17 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं ताकि वह अपने डिजिटल सेवा कारोबार का विस्तार कर सके और ऋण घटाने के अपने लक्ष्य को जल्द पूरा कर सके। रिलायंस के चेरयमैन मुकेश अंबानी ने एक बयान में कहा कि इंटेल कैपिटल का दुनिया की दिग्गज तकनीकी कंपनियों की अहम साझेदार रहने का शानदार रिकॉर्ड रहा है। ऐसे में हम इंटेल के साथ काम करने को लेकर उत्साहित हैं।
