इस साल सर्दियों में 12 नवंबर से शादी का सीजन शुरू होने जा रहा है। इस सीजन में पिछले साल की तुलना में अधिक शादियां होने का अनुमान है। जिससे इस साल शादियों के सीजन का कारोबार भी बढ़ने की उम्मीद है। इस साल अधिक शादियां होने की वजह पिछले साल की तुलना में शुभ तिथियां ज्यादा होना है।
कारोबारी संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने इस साल सर्दियों के सीजन यानी नवंबर-दिसंबर के दौरान शादियों को लेकर एक अध्ययन किया है। जिसमें कैट ने इस सीजन में 48 लाख शादियां होने का अनुमान लगाया है। पिछले साल इसी सीजन में 35 लाख शादियां हुई थी। इस साल ज्यादा शादियां होने की वजह शुभ तिथियां अधिक होना है। इस सीजन में कुल 18 शुभ तिथियां हैं, जबकि पिछले साल 11 ही शुभ तिथियां थी।
कैट की वेद एवं आध्यात्मिक कमेटी के संयोजक आचार्य दुर्गेश तारे के अनुसार इस वर्ष शादी का सीजन 12 नवंबर, देव उठनी एकादशी से शुरू होकर 16 दिसंबर तक चलेगा। नवंबर में शुभ तिथियां 12, 13, 17, 18, 22, 23, 25, 26, 28, और 29 हैं, जबकि दिसंबर में 4, 5, 9, 10, 11, 14, 15, और 16 हैं। इसके बाद विवाह कार्यक्रम लगभग एक महीने तक रुक जाएंगे और जनवरी 2025 के मध्य से मार्च तक फिर शुरू होंगे।
कैट ने इस सीजन में होने वाली 48 लाख शादियों से 5.9 लाख करोड़ रुपये का कारोबार होने का अनुमान लगाया है। इस कारोबार में शादियों से जुड़ी सेवाओं और वस्तुओं पर होने वाला खर्च शामिल है। कैट के मुताबिक पिछले साल इसी सीजन में 4.25 लाख करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था।
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया ने बताया कि 10 लाख शादियों पर प्रति शादी 3 लाख रुपये, 10 लाख शादियां पर प्रति शादी 6 लाख रुपये और 10 लाख शादियां पर प्रति शादी 10 लाख रुपये खर्च होंगे। 10 लाख शादियां ऐसी होंगी, जिनमें प्रत्येक शादी पर 15 लाख रुपये खर्च होंगे। इसके साथ ही 7 लाख शादियों पर प्रति शादी 25 लाख रुपये खर्च होंगे। करीब एक लाख बहुत महंगी शादियां भी होंगी। जिनमें से 50 हजार पर प्रति शादी 50 लाख रुपये और 50 हजार पर प्रति शादी 1 करोड़ रुपये या इससे अधिक खर्च होंगे।