मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) ने अपने ग्रीन हाइड्रोजन कारोबार को आगे बढ़ाने के लिए 382 करोड़ रुपये के भूमि सौदे का आज ऐलान किया। इस बीच एक अलग घोषणा में अदाणी एनर्जी सॉल्यूशन ने कहा कि उसे ग्रीन हाइड्रोजन परियोजना के बिजली पारेषण के लिए 2,800 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला है।
आरआईएल ने शुक्रवार को कहा कि उसकी सहायक कंपनी रिलायंस स्ट्रैटेजिक बिजनेस वेंचर्स लिमिटेड (आरएसबीवीएल) ने वेलस्पन कॉर्प लिमिटेड (डब्ल्यूसीएल) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी वेलस्पन ट्रेडिंग लिमिटेड से नौयान ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड (एनटीपीएल) में 100 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया है।
एनटीपीएल (अधिग्रहण के बाद) ने शुक्रवार को 382.73 करोड़ रुपये में नौयान शिपयार्ड (एनएसपीएल) में 74 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी हासिल करने के लिए डब्ल्यूसीएल के साथ शेयर खरीद समझौता किया। एनएसपीएल को आरआईएल के दहेज विनिर्माण संयंत्र के पास करीब 138 एकड़ (तटीय भूमि का उपयोग करने के अधिकार के अलावा) क्षेत्र का पट्टा अधिकारी प्राप्त है।
आरआईएल ने कहा, ‘इस भूमि का उपयोग नमक के रख-रखाव, भंडारण और खारा पानी तैयार करने की इकाइयों की स्थापना, संरचनाओं के इंजीनियरिंग निर्माण तथा हाइड्रोजन इलेक्ट्रोलाइजर्स के विनिर्माण सहित अन्य गतिविधियों के लिए किया जाना प्रस्तावित है।’
एक अलग घोषणा में अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस (एईएसएल) ने कहा कि उसने गुजरात में 2,800 करोड़ रुपये की बिजली पारेषण परियोजना हासिल की है, जो गुजरात के मुंद्रा में ग्रीन हाइड्रोजन और ग्रीन अमोनिया बनाने के लिए ग्रीन इलेक्ट्रॉनों की आपूर्ति करेगी।