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भारतीय उपभोक्ता गा रहे हैं ब्रांड का राग

Last Updated- December 05, 2022 | 5:13 PM IST

शायद यही सवाल आपके दिमाग में भी उथल-पुथल मचाता होगा। सुधरती हुई अर्थव्यवस्था और बढ़ते हुए भारतीय बाजार ने ग्राहकों को लगातार खरीदारी करने की आदत डाल दी है।


इस आदत से न सिर्फ लोग खरीदारी कर रहे हैं, बल्कि आधुनिक फैशन को तेजी से अपनाने लगे हैं। हाल में हुए नेलसन ग्लोबल लग्जरी ब्रांड अध्ययन के अनुसार, सर्वेक्षम में भाग लेने वाले भारतीयों में से लगभग 35 प्रतिशत लोग लग्जरी ब्रांड खरीदारी को स्वीकार करते हैं।


गौरतलब है कि अध्ययन के अनुसार यह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ब्रांड खरीदारी करने वाला हिस्सा है। सबसे पहला स्थान पर 48 प्रतिशत के साथ ग्रीस और दूसरा स्थान पर 38 प्रतिशत के साथ हांग कांग को मिला है। डिजाइनर उत्पादों की नकल से बाजार पटे पड़े हैं, लेकिन बावजूद उसके तीन-चौथाई भारतीयों का मानना है कि नकल असल का मुकाबला नहीं कर पाती।


मुख्य ब्रांड जिन पर भारतीय ग्राहकों का दिल फिदा है, कैल्विन क्लीन (34 प्रतिशत), गुची (25 प्रतिशत), डीजल (24 प्रतिशत), क्रिस्चन डियॉर (16 प्रतिशत) और डीकेएनवाई (10 प्रतिशत)। यहां तक की कुछ ब्रांडों के लिए तो भारत बाजार विश्व के मुख्य दस बाजारों में भी शामिल हैं। गुची के उत्पादों के लिए भारत दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा खरीददार है।


कैल्विन क्लीन के लिए भारत छठा, डीजल के लिए नौवां और फेंडी के लिए दसवां बड़ा देश है, जहां इन ब्रांडों की खूब बिक्री होती है।’भारत में अब विदेशी सैलानियों की आवक पहले से कहीं अधिक बढ़ गई है और यही वजह है कि उनकी विदेशी ब्रांडों की जरूरतें भी बढ़ी हैं। इसके अलाा आज विदेशी ब्रांड स्टेटस का परिचायक भी बन गए हैं। हमारे सर्वेक्षण के मुताबिक सर्वेक्षण में शामिल भारतीयों में से 57 फीसदी तो सिर्फ स्टेटस सिम्बल के तौर पर डिजाइनर ब्रांड खरीददते हैं।


हाल ही में देशभर में खुलने वाले इन ब्रांडों के आउटलेट इस बात की गवाही देते हैं कि भारतीय ग्राहकों में फैशन को लेकिन किस हद तक जागरुकता बढ़ रही है।’ यह कहना है दी नेलसन कंपनी के सह निदेशक (क्लाइंट सॉल्यूशन) वत्सल पंत का। एशिया-प्रशांत महाद्वीप में भारत (41 प्रतिशत), फिलिपिन्स (39 प्रतिशत) और इंडोनेशिया (37 प्रतिशत) मुख्य बाजारों में शामिल है, जहां इटली के गुची ब्रांड को पसंद करने वाले अधिक हैं, अगर कीमतों पर से ध्यान हटा लिया जाए।


41 प्रतिशत के साथ भारत में दुनिया के सबसे अधिक लाग हैं जो गुची उत्पादों को खरीदना चाहते हैं। एशियाई उपभोक्ताओं में चैनल और क्रिस्चन डियॉर को पसंद करने वालों की संख्या में दो साल पहले (पिछली बार जब नेलसन सर्वेक्षण हुआ था) के मुताबिक इस साल क्रमश: 6 और 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। लगभग 73 प्रतिशत भारतीय उपभोक्ताओं का मानना है कि डिजाइनर ब्रांड काफी महंगे हैं, लेकिन 35 प्रतिशत उपभोक्ता यह भी मानते हैं कि डिजाइनर ब्रांड आम ब्रांडों के मुकाबले अच्छी गुणवत्ता मुहैया करवाते हैं।

First Published - March 28, 2008 | 12:52 AM IST

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