facebookmetapixel
हाई स्ट्रीट में मॉल से भी तेज बढ़ा किराया, दुकानदार प्रीमियम लोकेशन के लिए दे रहे ज्यादा रकमत्योहारों में ऑनलाइन रिटर्न्स में तेजी, रिवर्स लॉजिस्टिक्स कंपनियों ने 25% से ज्यादा वृद्धि दर्ज कीबिहार विधानसभा चुनाव में धनकुबेर उम्मीदवारों की बाढ़, दूसरे चरण में 43% प्रत्याशी करोड़पतिबिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की वोटिंग मंगलवार को, नीतीश सरकार के कई मंत्रियों की किस्मत दांव परफूड कंपनियों की कमाई में क्विक कॉमर्स का बढ़ा योगदान, हर तिमाही 50-100% की ग्रोथRed Fort Blast: लाल किले के पास कार में विस्फोट, 8 लोगों की मौत; PM मोदी ने जताया दुखपेरिस की आईटी कंपनी कैपजेमिनाई भारत में करेगी 58,000 भर्तियां, 3.3 अरब डॉलर में WNS का अधिग्रहण कियासड़क हादसे में मौतें 30 वर्ष में सबसे ज्यादा, प्रति 1 लाख की आबादी पर 12.5 मौतें हुईंछोटी कारों को छूट पर नहीं बनी सहमति, SIAM ने BEE को कैफे-3 और कैफे-4 मसौदे पर अंतिम टिप्पणियां सौंपीJK Tyre का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में निर्यात हिस्सेदारी को 20% तक पहुंचाने का, यूरोपीय बाजारों पर फोकस

एयरलाइन उद्योग पर टैक्स नहीं लगता, ऐसा सोचना गलत है: IATA

Last Updated- June 05, 2023 | 3:57 PM IST
air passenger

अंतरराष्ट्रीय विमानन क्षेत्र पर टैक्स नहीं लगने की दलीलों को खारिज करते हुए अंतरराष्ट्रीय हवाई परिवहन संघ (IATA) ने कहा है कि करीब सात अरब अंतरराष्ट्रीय उड़ान टिकटों के विश्लेषण से पता चलता है कि एयरलाइन कंपनियों ने टैक्स और फीस में 380 अरब डॉलर का भुगतान किया है।

IATA 300 से ज्यादा एयरलाइंस का समूह है। इनमें भारतीय विमानन कंपनियां भी शामिल हैं। यहां IATA की सालाना आम बैठक (AGM) को संबोधित करते हुए इसके महानिदेशक विली वॉल्श ने कहा कि यह तर्क कि अंतरराष्ट्रीय विमानन पर टैक्स नहीं लगता है, सही नहीं है। उन्होंने कहा, “हमने 2018 से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की करीब करीब सात अरब टिकटों के आंकड़े का विश्लेषण किया, जिससे पता चलता है कि एयरलाइन कंपनियों ने टैक्स और फीस में 380 अरब डॉलर से ज्यादा का भुगतान किया है, जो कि टिकट की कीमत का 33 प्रतिशत से ज्यादा है।”

वॉल्श ने कहा कि अगर इसमें हम घरेलू उड़ानों को भी शामिल कर लेंगे तो 380 अरब डॉलर का आंकड़ा 500 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि नीति बनाने वाले तथ्यों को देखें, सिर्फ कल्पना के आधार पर बात नहीं करें। वॉल्श ने कहा कि कोरोनो वायरस महामारी से प्रभावित होने के बाद अब एयरलाइन उद्योग मुनाफे में पहुंच रहा है। हालांकि, मुनाफे का मार्जिन काफी कम है।

Also read: ITR Filing 2023: कैपिटल गेन पर कब उठा सकते हैं डिडक्शन का फायदा

उन्होंने कहा कि 803 अरब डॉलर की कुल कमाई के साथ एयरलाइंस का नेट मुनाफा इस साल 9.8 अरब डॉलर रहेगा। दूसरे नजरिये से देखें, तो एयरलाइंस को एक यात्री पर औसतन 2.25 डॉलर मिलेंगे। यह रकम काफी कम है।

First Published - June 5, 2023 | 3:57 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट