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Hyundai के तमिलनाडु कारखाने को AI से मिल रही रफ्तार

Hyundai अपने कारखाने में AI, मशीन लर्निंग और वर्चुअल रियलिटी जैसी प्रौद्योगिकी का बढ़ा रही इस्तेमाल

Last Updated- March 24, 2024 | 11:50 PM IST
Hyundai के तमिलनाडु कारखाने को AI से मिल रही रफ्तार, With artificial intelligence at the wheel, Hyundai's TN unit shifts gear

तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई से तकरीबन 40 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में श्रीपेरुंबुदुर ग्रामीण आकर्षण, औद्योगिक जीवंतता और महानगर के असर का दिलचस्प तालमेल दिखाता है। इस क्षेत्र में आईफोन बनाने वाली कंपनी फॉक्सकॉन, सैमसंग, रॉयल एनफील्ड, डेल, मित्सुबिशी और निसान जैसी तमाम प्रमुख कंपनियों के कारखाने हैं।

ह्युंडै मोटर इंडिया भी इसी इलाके में मौजूद अपने वैश्विक यात्री वाहन उत्पादन केंद्र को आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई), मशीन लर्निंग (एमएल) और वर्चुअल रियलिटी (वीआर) प्रौद्योगिकी से लैस करते हुए उन्नत विनिर्माण इकाई में बदलने जा रही है। आंतरिक अनुमानों के अनुसार इस कारखाने में इंडस्ट्री 4.0, इंडस्ट्रियल इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईआईओटी) और एआई की तैनाती से मेंटनेंस का समय 5 फीसदी घट गया है। इसके अलावा महत्त्वपूर्ण पुर्जों की गुणवत्ता का आकलन करने और प्रक्रिया की गुणवत्ता में 1 फीसदी का सुधार हुआ।

इस करखाने में 26,000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना तैयार की गई है क्योंकि यह अपने परिचालन के 26वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। इस कारखाने में ग्रांड आई10 नियॉस, आई20, ऑरा, एक्सटर, वेन्यू, वेरना, क्रेटा, अलकाजार, तुसों, कोना और आयनिक जैसे मॉडलों का उत्पादन होता है।

कारखाने के अंदर एक पोस्टर पर लिखा है- स्मार्ट इंप्लॉयीज पावर द स्मार्ट फैक्टरी! यह कारखाने के भीतर जारी तकनीकी क्रांति की एक झलक पेश करती है। ह्युंडै मोटर इंडिया के मुख्य विनिर्माण अ​धिकारी सीएस गोपाल कृष्णन ने कहा, ‘हम पारंपरिक रूप से गंदे, नीरस, कठिन और खतरनाक समझे जाने वाले क्षेत्रों में ऑटोमेशन शुरू कर रहे हैं।’

उनके अनुसार इस कारखाने में तकनीकी बदलाव की शुरुआत 2019 में हुई थी। उसके तहत शॉप फ्लोर पर 2,000 से अधिक महत्त्वपूर्ण उपकरणों और 1,000 से अधिक इंटेलिजेंट सेंसर से जुड़ी सात इकाइयों को एकीकृत किया गया था। इस पहल से समय के प्रबंधन में उल्लेखनीय सुधार हुआ। इन स्मार्ट सेंसर से प्राप्त डेटा से उपकरणों में तमाम खामियों का पता लगाया जा सकता है और इससे रखरखाव समय में 5 फीसदी तक की कटौती हो सकती है।

कृष्णन ने कहा, ‘हमारे पास आईओटी के लिए एक समर्पित टीम है जो पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध डेटा का फायदा उठाती है। ये इंजीनियर पैटर्न की पहचान करने के लिए डेटा पॉइंट का विश्लेषण करते हैं।’

डिजिटल तौर पर कनेक्टेड इन इकाइयों से सालाना 12 अरब डेटा पॉइंट सृजित होते हैं। कंपनी एआई और एमएल प्रौद्योगिकी के उपयोग से इस डेटा का विश्लेषण करती है ताकि डेटा द्वारा संचालित निर्णय प्रक्रिया बेहतर हो सके। इस डेटा के विश्लेषण के लिए 80 से अ​धिक डेटा वैज्ञानिकों की एक विशेष टीम दिन-रात काम करती है।

कारखाने की वि​भिन्न इकाइयां जैसे असेंबली शॉप, बॉडी शॉप, प्रेस शॉप, एंड-टु-एंड लाइन, एआई और कंप्यूटर विजन प्रौद्योगिकी अहम भूमिका निभाती हैं। असेंबली शॉप के भीतर कार में सभी इंजन, सस्पेंशन, इले​क्ट्रिकल एवं आंतरिक बॉडी कलपुर्जे लगाए जाते हैं। असेंबली शॉप में एआई तकनीक के जरिये कार की पूरी जांच की जाती है ताकि उसमें कोई खामी न रहे। उन्होंने कहा, ‘पहले ऑपरेटर को सभी 450 वेरिएंट्स याद रखने होते थे। मगर अब उन्हें केवल स्कैन करना होता है।’

बॉडी शॉप में भी डीप लर्निंग विजन सिस्टम का उपयोग किया जा रहा है ताकि प्रक्रिया की गुणवत्ता में सुधार हो सके। प्रेस शॉप में आप शुरुआती चरण में ही पैनल क्रैक की पहचान करने के लिए एआई आधारित पैनल क्रैक प्रौद्योगिकी का उपयोग देख सकते हैं। इंजन शॉप में भी एआई आधारित विजन का उपयोग किया जाता है ताकि खामियों का पता लगाया जा सके।

कारखाने के वीआर जोन में कर्मचारियों को वर्चुअल रियलिटी आधारित प्रौद्योगिकी के उपयोग के लिए वर्चुअल तरीके से प्र​शि​​क्षित किया जाता है। परीक्षण मानदंडों के विश्लेषण में भी डीप लर्निंग का उपयोग किया जाता है। कंपनी ने बॉडी और असेंबली शॉप के ऑटो जोन में मानव प्रवेश को रोकने और बेहतर सुरक्षा के लिए डीप लर्निंग इमेज एनालिटिक्स के उपयोग के साथ एआई प्रौद्योगिकी की तैनाती की है।

First Published - March 24, 2024 | 11:50 PM IST

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