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HPCL Q1 Results: 90 फीसदी घटा सरकारी कंपनी का नेट मुनाफा, दो बड़ी वजहों से आई गिरावट

HPCL Q1FY25 Results: शेयर बाजार को दी गई जानकारी के मुताबिक, FY25 की जून तिमाही में HPCL ने प्रत्येक बैरल कच्चे तेल को ईंधन में बदलने पर 5.03 अमेरिकी डॉलर कमाए।

Last Updated- July 29, 2024 | 6:25 PM IST
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HPCL Q1 Results 2025: भारत की सरकारी तेल रिफाइनरी कंपनी हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPCL) ने आज वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही के परिणाम (HPCL Q1FY25 Resnults) घोषित कर दिए। शेयर बाजार को दी गई जानकारी में कंपनी ने बताया कि 31 जून को समाप्त तिमाही के दौरान उसका नेट मुनाफा (net profit) 90 फीसदी कम होकर 633.94 करोड़ रुपये हो गया है। जबकि पिछले साल की समान तिमाही (Q1FY24) में कंपनी का नेट मुनाफा 6,765.50 करोड़ रुपये रहा था।

तिमाही आधार पर (QoQ) देखा जाए तो भी कंपनी का नेट मुनाफा जनवरी-मार्च तिमाही (Q4FY24) में 2,709.31 करोड़ रुपये रहा था।

दो बड़ी वजहों से मुनाफे पर दिखा असर

कंपनी ने शेयर बाजार को दी गई सूचना में बताया कि अप्रैल-जून तिमाही (Q1FY25) के दौरान कंपनी का नेट मुनाफा इसलिए तेजी के साथ गिरा क्योंकि रिफाइनरी मॉर्जिन में गिरावट आ गई और इसी दौरान पेट्रोल डीजल यानी ईंधन की कीमतें (fuel price) घट गईं।

गौरतलब है कि पिछली तिमाही के दौरान ही लोकसभा चुनाव था, उस दौरान सरकार ने पेट्रोल-डीजल के दाम में 2 रुपये प्रति लीटर की कटौती की थी। इसके अलावा, कच्चे तेल की कीमतों पर होने वाले मार्जिन में भी गिरावट आई। ऐसे में, इसका असर कंपनी के मुनाफे पर देखने को मिला।

बढ़ी बिक्री

HPCL ने Q1FY25 के दौरान 12.63 MMT (निर्यात सहित) की अब तक की सबसे ज्यादा तिमाही बिक्री मात्रा (sales volume) दर्ज की, जो Q1FY24 के दौरान 11.85 MMT के मुकाबले 6.6% अधिक है। कंपनी ने इस अवधि के दौरान PSU ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के बीच 0.25% की बाजार हिस्सेदारी हासिल की।

एक्सचेंजों को दिए गए बयान में कंपनी ने बताया, Q1FY25 के दौरान, मोटर फ्यूल की बिक्री 8.02 MMT (Q1FY24 के मुकाबले 2.7% की वृद्धि) थी और LPG के मामले में, कंपनी ने 2.07 MMT (1QFY24 के मुकाबले 8.7% की वृद्धि) का सेल्स वॉल्यूम दर्ज किया।

शेयर बाजार को दी गई जानकारी के मुताबिक, FY25 की जून तिमाही में HPCL ने प्रत्येक बैरल कच्चे तेल को ईंधन में बदलने पर 5.03 अमेरिकी डॉलर कमाए, जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसका ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन 7.44 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल था।

किया 2,017 करोड़ रुपये का निवेश

HPCL ने कहा कि वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में कंपनी ने कुल 2,017 करोड़ रुपये का निवेश कंपनियों में अपने रिफाइनिंग और मार्केटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत करने के लिए किया। इस खर्च में जॉइंट वेंचर सब्सिडियरी के लिए इक्विटी निवेश भी शामिल है।

HPCL की शेयर प्राइस में बढ़ोतरी

कंपनी का तिमाही रिजल्ट आज शेयर बाजार बंद होने के बाद आया है। ऐसे में इसके रिजल्ट्स का असर कल यानी मंगलवार को देखने को मिलेगा। हालांकि, आज HPCL के शेयर NSE पर 1.43 % की बढ़त के साथ 381.95 रुपये पर बंद हुए।

First Published - July 29, 2024 | 6:24 PM IST

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